आर एस राणा
नई दिल्ली। दिसंबर के मुकाबले जनवरी में बासमती चावल के निर्यात में कुछ कमी आई है, इस दौरान बासमती चावल का निर्यात घटकर 3.31 लाख टन का ही हुआ है जबकि दिसंबर में बासमती चावल का निर्यात 3.41 लाख टन का हुआ था। एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2016-17 में बासमती चावल के कुल निर्यात में 5 फीसदी की कमी आने की आशंका है तथा कुल निर्यात 38 से 39 लाख टन का ही होने का अनुमान है। उनका मानना है कि फरवरी-मार्च के दौरान बासमती चावल का निर्यात 6.00 से 6.50 लाख टन और होने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2015-16 में देश से बासमती चावल का कुल निर्यात 40.45 लाख टन का हुआ था।
बासमती चावल के निर्यात में भले ही कमी आने की आशंका हो लेकिन भाव में आगे तेजी ही बनने का अनुमान है। व्यापारियों के अनुसार चालू सीजन में बासमती धान की कुल पैदावार में कमी आई थी, तथा पिछले दो साल से भाव में तेजी नहीं आने के कारण चावल मिलों ने स्टॉक कम किया, जबकि इस समय उत्पादक मंडियों में धान की दैनिक आवक कम हो रही है। इसलिए आगे बासमती धान के साथ ही चावल की कीमतों में और भी तेजी आने का अनुमान है। शुक्रवार को हरियाणा की करनाल मंडी में पूसा 1,121 बासमती चावल का भाव 3,150 रुपये, 1,509 का भाव 3,000 रुपये और डीपी धान का भाव 3,200 रुपये प्रति क्विंटल रहा। पूसा 1,121 बासमती चावल सेला का भाव मंडी में 5,900 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2016-17 के अप्रैल से जनवरी के दौरान बासमती चावल का निर्यात 32.51 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में इनका निर्यात 34.51 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से अप्रैल से जनवरी के दौरान बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 10 महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान 17,204.02 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 19,469.16 करोड़ रुपये का हुआ था।
गैर-बासमती चावल के निर्याम में अप्रैल से जनवरी के दौरान जहां मात्रा में कमी आई है, वहीं मूल्य के हिसाब से निर्यात बढ़ा है। चालू वित्त वर्ष 2016-17 के अप्रैल से जनवरी के दौरान 52.14 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 53.54 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष के पहले दस महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान गैर-बामसती चावल का निर्यात 13,350.82 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 12,843.96 करोड़ रुपये का हुआ था।........आर एस राणा
नई दिल्ली। दिसंबर के मुकाबले जनवरी में बासमती चावल के निर्यात में कुछ कमी आई है, इस दौरान बासमती चावल का निर्यात घटकर 3.31 लाख टन का ही हुआ है जबकि दिसंबर में बासमती चावल का निर्यात 3.41 लाख टन का हुआ था। एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2016-17 में बासमती चावल के कुल निर्यात में 5 फीसदी की कमी आने की आशंका है तथा कुल निर्यात 38 से 39 लाख टन का ही होने का अनुमान है। उनका मानना है कि फरवरी-मार्च के दौरान बासमती चावल का निर्यात 6.00 से 6.50 लाख टन और होने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2015-16 में देश से बासमती चावल का कुल निर्यात 40.45 लाख टन का हुआ था।
बासमती चावल के निर्यात में भले ही कमी आने की आशंका हो लेकिन भाव में आगे तेजी ही बनने का अनुमान है। व्यापारियों के अनुसार चालू सीजन में बासमती धान की कुल पैदावार में कमी आई थी, तथा पिछले दो साल से भाव में तेजी नहीं आने के कारण चावल मिलों ने स्टॉक कम किया, जबकि इस समय उत्पादक मंडियों में धान की दैनिक आवक कम हो रही है। इसलिए आगे बासमती धान के साथ ही चावल की कीमतों में और भी तेजी आने का अनुमान है। शुक्रवार को हरियाणा की करनाल मंडी में पूसा 1,121 बासमती चावल का भाव 3,150 रुपये, 1,509 का भाव 3,000 रुपये और डीपी धान का भाव 3,200 रुपये प्रति क्विंटल रहा। पूसा 1,121 बासमती चावल सेला का भाव मंडी में 5,900 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2016-17 के अप्रैल से जनवरी के दौरान बासमती चावल का निर्यात 32.51 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में इनका निर्यात 34.51 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से अप्रैल से जनवरी के दौरान बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 10 महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान 17,204.02 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 19,469.16 करोड़ रुपये का हुआ था।
गैर-बासमती चावल के निर्याम में अप्रैल से जनवरी के दौरान जहां मात्रा में कमी आई है, वहीं मूल्य के हिसाब से निर्यात बढ़ा है। चालू वित्त वर्ष 2016-17 के अप्रैल से जनवरी के दौरान 52.14 लाख टन गैर बासमती चावल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 53.54 लाख टन का हुआ था। मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष के पहले दस महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान गैर-बामसती चावल का निर्यात 13,350.82 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 12,843.96 करोड़ रुपये का हुआ था।........आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें