आर एस राणा
नई दिल्ली। खरीफ के बाद रबी सीजन में भी मूंगफली की पैदावार में हुई बढ़ोतरी से उत्पादक मंडियों में मूंगफली के दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बने हुए हैं, हालांकि गुजरात से नेफैड के माध्यम से सरकार मूंगफली की एमएसपी पर खरीद भी कर रही है लेकिन खरीद सीमित मात्रा में ही हो रही है। ऐसे में कृषि मंत्रालय ने मूंगफली तेल के साथ तिल तेल के थोक निर्यात के लिए एक प्रस्ताव मंत्रिमंडल को भेजा है।
इस समय केंद्र सकरार ने मूंगफली तेल के कंजूमर पैक में सालाना 10,000 टन तेल के निर्यात की अनुमति दी हुई है जबकि चालू सीजन में खरीफ और रबी सीजन को मिलाकर मूंगफली की पैदावार बढ़कर 84.72 लाख टन होने का अनुमान है तथा पिछले साल इसकी पैदावार 67.33 लाख टन की ही हुई थी। नेफैड एमएसपी पर अभी तक 2.10 लाख टन मूंगफली की खरीद कर चुकी है लेकिन उत्पादन के मुकाबले खरीद सीमित मात्रा में होने के कारण भाव एमएसपी से नीचे बने हुए हैं इसलिए कृषि मंत्रालय मूंगफली तेल के थोक निर्यात को अनुमति दिए जाने के पक्ष में है। कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मूंगफल तेल के साथ तिल तेल के थोक निर्यात की अनुमति के मंत्रालय ने एक प्रस्ताव कैबिनेट को भेजा है। उम्मीद इस पर जल्द ही फैसला हो जायेगा। चालू सीजन के लिए केंद्र सरकार ने मूंगफली का एमएसपी 4,120 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि उत्पादक मंडियों में मूंगफली के दाम 4,000 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे बने हुए हैं।
मूंगफली तेल के थोक निर्यात को अनुमति मिली तो घरेलू मंडियों में मूंगफली की कीमतों में सुधार आयेगा। केंद्र सरकार मूंगफली दाने के निर्यात को अनुमति दी हुई है तथा चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 10 महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात बढ़कर 5.74 लाख टन का हो चुका है जबकि वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 4.32 लाख टन का ही हुआ था।...............आर एस राणा
नई दिल्ली। खरीफ के बाद रबी सीजन में भी मूंगफली की पैदावार में हुई बढ़ोतरी से उत्पादक मंडियों में मूंगफली के दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बने हुए हैं, हालांकि गुजरात से नेफैड के माध्यम से सरकार मूंगफली की एमएसपी पर खरीद भी कर रही है लेकिन खरीद सीमित मात्रा में ही हो रही है। ऐसे में कृषि मंत्रालय ने मूंगफली तेल के साथ तिल तेल के थोक निर्यात के लिए एक प्रस्ताव मंत्रिमंडल को भेजा है।
इस समय केंद्र सकरार ने मूंगफली तेल के कंजूमर पैक में सालाना 10,000 टन तेल के निर्यात की अनुमति दी हुई है जबकि चालू सीजन में खरीफ और रबी सीजन को मिलाकर मूंगफली की पैदावार बढ़कर 84.72 लाख टन होने का अनुमान है तथा पिछले साल इसकी पैदावार 67.33 लाख टन की ही हुई थी। नेफैड एमएसपी पर अभी तक 2.10 लाख टन मूंगफली की खरीद कर चुकी है लेकिन उत्पादन के मुकाबले खरीद सीमित मात्रा में होने के कारण भाव एमएसपी से नीचे बने हुए हैं इसलिए कृषि मंत्रालय मूंगफली तेल के थोक निर्यात को अनुमति दिए जाने के पक्ष में है। कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मूंगफल तेल के साथ तिल तेल के थोक निर्यात की अनुमति के मंत्रालय ने एक प्रस्ताव कैबिनेट को भेजा है। उम्मीद इस पर जल्द ही फैसला हो जायेगा। चालू सीजन के लिए केंद्र सरकार ने मूंगफली का एमएसपी 4,120 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि उत्पादक मंडियों में मूंगफली के दाम 4,000 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे बने हुए हैं।
मूंगफली तेल के थोक निर्यात को अनुमति मिली तो घरेलू मंडियों में मूंगफली की कीमतों में सुधार आयेगा। केंद्र सरकार मूंगफली दाने के निर्यात को अनुमति दी हुई है तथा चालू वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 10 महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान मूंगफली दाने का निर्यात बढ़कर 5.74 लाख टन का हो चुका है जबकि वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 4.32 लाख टन का ही हुआ था।...............आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें