आर एस राणा
नई दिल्ली। उत्पादक मंडियों में सोयाबीन के भाव में आई नरमी का असर इसकी दैनिक आवकों पर पड़ा है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) के अनुसार फरवरी महीने में उत्पादक मंडियों में सोयाबीन की आवक केवल 6.50 लाख टन की ही हुई, जबकि जनवरी में आवक 9 लाख टन की हुई थी। मंगलवार को इंदौर मंडी में सोयाबीन के भाव 2,925 से 2,975 रुपये, कोटा मंडी में 2,850 रुपये और लातूर मंडी में 2,860-2,870 रुपये प्रति क्विंटल रहे। नीचे भाव में किसानों के साथ ही स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम है इसलिए आगे इसकी कीमतों मंें 20 से 25 रुपये की गिरावट तो सकती है लेकिन बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है।
सोपा के अनुसार चालू सीजन में सोयाबीन का उत्पादन 114.91 लाख टन का हुआ है जबकि नई फसल के समय करीब 4.41 लाख टन का बकाया स्टॉक बचा हुआ था। आगे बुवाई में करीब 12 लाख टन सोयाबीन की खपत हो जायेगी, ऐसे में क्रेसिंग के लिए 107.32 लाख टन सोयाबीन उपलब्ध रहेगा। चालू सीजन में अभी तक मंडियों में करीब 49.50 लाख टन सोयाबीन की आवक हो चुकी है तथा किसानों के साथ ही स्टॉकिस्टों के पास 55 लाख टन और प्लांटों के पास 8.88 लाख टन से ज्यादा सोयाबीन का स्टॉक बचा हुआ है। चालू सीजन के पहले महीने अक्टूबर में मंडियों में सोयाबीन की आवक 14 लाख टन की हुई थी जबकि नवंबर और दिसंबर में आवक 10-10 लाख टन की हुई थी।
व्यापारियों के अनुसार सोयाबीन की कीमतों में ज्यादा मंदे की संभावना तो नहीं है, लेकिन कुल उपलब्धता अच्छी होने से बड़ी तेजी भी नहीं आयेगी। आगे इसकी कीमतों में 100 से 200 रुपये का सुधार आ सकता है।
सोपा के अनुसार चालू सीजन में 33.28 लाख टन सोया डीओसी का उत्पादन हो चुका है तथा इसमें से 8.87 लाख टन का निर्यात हुआ है। फरवरी में सोया डीओसी का निर्यात बढ़कर 2.08 लाख टन का हुआ है जबकि जनवरी में इसका निर्यात 1.55 लाख टन का ही हुआ था। इससे पहले दिसंबर में सोया डीओसी का 3.15 लाख टन का निर्यात हुआ था। सोया डीओसी की घरेलू खपत औसतन 4 से 4.50 लाख टन की हो रही है।.........आर एस राणा
नई दिल्ली। उत्पादक मंडियों में सोयाबीन के भाव में आई नरमी का असर इसकी दैनिक आवकों पर पड़ा है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सोपा) के अनुसार फरवरी महीने में उत्पादक मंडियों में सोयाबीन की आवक केवल 6.50 लाख टन की ही हुई, जबकि जनवरी में आवक 9 लाख टन की हुई थी। मंगलवार को इंदौर मंडी में सोयाबीन के भाव 2,925 से 2,975 रुपये, कोटा मंडी में 2,850 रुपये और लातूर मंडी में 2,860-2,870 रुपये प्रति क्विंटल रहे। नीचे भाव में किसानों के साथ ही स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम है इसलिए आगे इसकी कीमतों मंें 20 से 25 रुपये की गिरावट तो सकती है लेकिन बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है।
सोपा के अनुसार चालू सीजन में सोयाबीन का उत्पादन 114.91 लाख टन का हुआ है जबकि नई फसल के समय करीब 4.41 लाख टन का बकाया स्टॉक बचा हुआ था। आगे बुवाई में करीब 12 लाख टन सोयाबीन की खपत हो जायेगी, ऐसे में क्रेसिंग के लिए 107.32 लाख टन सोयाबीन उपलब्ध रहेगा। चालू सीजन में अभी तक मंडियों में करीब 49.50 लाख टन सोयाबीन की आवक हो चुकी है तथा किसानों के साथ ही स्टॉकिस्टों के पास 55 लाख टन और प्लांटों के पास 8.88 लाख टन से ज्यादा सोयाबीन का स्टॉक बचा हुआ है। चालू सीजन के पहले महीने अक्टूबर में मंडियों में सोयाबीन की आवक 14 लाख टन की हुई थी जबकि नवंबर और दिसंबर में आवक 10-10 लाख टन की हुई थी।
व्यापारियों के अनुसार सोयाबीन की कीमतों में ज्यादा मंदे की संभावना तो नहीं है, लेकिन कुल उपलब्धता अच्छी होने से बड़ी तेजी भी नहीं आयेगी। आगे इसकी कीमतों में 100 से 200 रुपये का सुधार आ सकता है।
सोपा के अनुसार चालू सीजन में 33.28 लाख टन सोया डीओसी का उत्पादन हो चुका है तथा इसमें से 8.87 लाख टन का निर्यात हुआ है। फरवरी में सोया डीओसी का निर्यात बढ़कर 2.08 लाख टन का हुआ है जबकि जनवरी में इसका निर्यात 1.55 लाख टन का ही हुआ था। इससे पहले दिसंबर में सोया डीओसी का 3.15 लाख टन का निर्यात हुआ था। सोया डीओसी की घरेलू खपत औसतन 4 से 4.50 लाख टन की हो रही है।.........आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें