देश भर में बने मौसमी सिस्टम
एक
पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और
उससे सटे जम्मू
कश्मीर पर ऊपरी
हवा में एक
सिस्टम के रूप
में बना हुआ
है।
एक
चक्रवती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी
पश्चिम बंगाल और
उससे सटे बांग्लादेश के
ऊपर देखा जा
सकता है। इससे
एक ट्रफ रेखा
उत्तरी उड़ीसा तक
पहुंच रही है।
इसके अलावा उत्तरी
बिहार से एक
ट्रफ नागालैंड तक
बनी हुई है।
उत्तरी
आंतरिक कर्नाटक पर
भी बीते कई
दिनों से एक
चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना
हुआ है। इस
सिस्टम से एक
ट्रफ रेखा केरल
तक देखी जा
सकती है।
श्रीलंका के
दक्षिण-पूर्वी भागों
पर बने चक्रवाती हवाओं
के क्षेत्र से
एक ट्रफ रेखा
का विस्तार दक्षिणी तटीय
तमिलनाडु तक बना हुआ
है।
देश के विभिन्न भागों में दर्ज की गई मौसमी गतिविधियां
बीते
बीते 24 घंटों के
दौरान मेघालय और
असम में मूसलाधार वर्षा
दर्ज की गई
है। बृहस्पतिवार की
सुबह 8:30 से विगत
24 घंटों
के दौरान सिलचर
में 242 मिलीमीटर बारिश
हुई है। चेरापूंजी में
भी 165 मिलीमीटर वर्षा
रिकॉर्ड की गई है।
पूर्वोत्तर भारत के बाकि
भागों में मध्यम
से भारी बारिश
की गतिविधियां बनी
रही।
दक्षिणी केरल
में मध्यम प्री-मानसून वर्षा दर्ज
की गई जबकि
दक्षिणी तमिलनाडु के लोगों को
हल्की बारिश का
दीदार हुआ। उत्तर
भारत में जम्मू
कश्मीर में हल्की
वर्षा दर्ज की
गई है। जबकि
देश के बाकी
भागों में मौसम
मुख्यतः शुष्क बना रहा।
लू
का प्रकोप देश
के कई हिस्सों विशेषकर राजस्थान, पश्चिमी मध्य
प्रदेश, गुजरात और
विदर्भ क्षेत्र में
जारी रहा। इसके
अलावा झारखंड, दक्षिणी आंध्र
प्रदेश, ओडिशा और
छत्तीसगढ़ में भी लू
ने लोगों को
समय से पहले
ही परेशान करना
शुरू कर दिया
है।
अकोला
देश के सबसे
गर्म स्थानों में
एक रहा। जहां
अधिकतम तापमान 44 डिग्री
सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके
अलावा पूर्वी और
पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर
देश के अधिकांश हिस्सों में
अधिकतम तापमान 40 डिग्री
सेल्सियस के आसपास रिकॉर्ड किया
जा रहा है।
आगामी 24 घंटों का मौसमी पूर्वानुमान
अगले
24 घंटों
के दौरान संभावित मौसमी
गतिविधियों की बात करें
तो मेघालय और
मणिपुर में शनिवार
को भारी से
अति भारी वर्षा
होने की संभावना है।
राजस्थान, पश्चिमी मध्य
प्रदेश, छत्तीसगढ़, उड़ीसा,
झारखंड, दक्षिणी बिहार,
पूर्वी उत्तर प्रदेश
और महाराष्ट्र के
विदर्भ क्षेत्र तथा
गुजरात के कुछ
भागों में भीषण
लू का प्रकोप
जारी रहेगा। हालांकि गुजरात
में अधिकतम तापमान
कुछ नीचे जा
सकता है लेकिन
गर्मी से राहत
की संभावना फिलहाल
नहीं है।
प्रायद्वीपीय भारत
के शहरों खासतौर
पर बेंगलुरु, हैदराबाद और
चेन्नई में मौसम
बेहद गर्म और
उमस भरा बना
रहेगा। केरल, दक्षिणी तमिलनाडु और
तटवर्ती कर्नाटक में गरज के
साथ हल्की बौछारें दर्ज
की जा सकती
हैं।
पूर्वोत्तर बिहार
और पश्चिम बंगाल
के उत्तरी हिस्सों में
एक-दो स्थानों पर
गरज के साथ
बौछारें गिरने की संभावना है।
उत्तर भारत में
जम्मू कश्मीर, हिमाचल
प्रदेश तथा उत्तराखंड में
कुछ स्थानों पर
हल्की वर्षा हो
सकती है। पंजाब
के उत्तरी भागों
में भी आंशिक
बादल छाए रहेंगे
और कहीं-कहीं
बादलों की गर्जना
हो सकती है। -----------skymetweather