19 नवंबर 2012
यूपी व गुजरात में भी शुरू होगी उड़द की सरकारी खरीद
आर एस राणा नई दिल्ली
आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश के बाद नेफेड गुजरात और उत्तर प्रदेश में भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर उड़द की खरीद शुरू करेगी। पैदावार कम होने के बावजूद उत्पादक मंडियों में उड़द के दाम घटकर एमएसपी से नीचे आ गए हैं लेकिन उपभोक्ताओं को अभी भी ऊंचे भाव पर उड़द दाल की खरीद करनी पड़ रही है।
नेफेड के मुख्य प्रबंधक (दलहन) एस. बिश्वास ने बिजनेस भास्कर को बताया कि आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अभी तक 6,400 टन उड़द की खरीद की जा चुकी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश की मंडियों में सरकारी खरीद के लिए कांटे लगा दिए गए हैं लेकिन त्योहारी छुट्टियों के कारण मंडियों में उड़द की आवक नहीं हो रही है। 19 नवंबर से आवक बनने की संभावना है जिससे इन राज्यों में भी समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू हो जाएगी।
केंद्र सरकार ने चालू खरीफ विपणन सीजन 2012-13 के लिए उड़द का एमएसपी 4,300 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू सीजन में उड़द की पैदावार कम होने का अनुमान है लेकिन आयातित उड़द सस्ती होने के कारण उत्पादक राज्यों की मंडियों में उड़द एमएसपी से 700 से 1,100 रुपये प्रति क्विंटल नीचे बिक रही है। प्रमुख उत्पादक राज्यों में इसके दाम घटकर 3,200 से 3,650 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। हालांकि फुटकर में उड़द दाल का भाव अभी भी 65 से 70 रुपये प्रति किलो ही चल रहा है।
बंदेवार दाल एंड बेसन मिल्स के प्रबंधक एस. बंदेवार ने बताया कि आयातित उड़द सस्ती है। मुंबई पहुंच आयातित उड़द एफएक्यू क्वालिटी 650 डॉलर और एसक्यू क्वालिटी 680 डॉलर प्रति टन है। रुपये में इसका भाव 3,400 से 3,600 रुपये प्रति क्विंटल पड़ रहा है। म्यांमार में उड़द का स्टॉक ज्यादा है इसीलिए आगामी दिनों में आयात बराबर बना रह सकता है।
दलहन के थोक कारोबारी एन. मित्तल ने बताया कि आंध्र प्रदेश की उत्पादक मंडियों में उड़द का भाव 3,500 रुपये, महाराष्ट्र की मंडियों में 3,500 से 3,600 रुपये, मध्य प्रदेश की मंडियों में 3,250 से 3,600 रुपये, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 3,200 से 3,450 रुपये और राजस्थान की मंडियों में 3,300 से 3,650 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है।
कृषि मंत्रालय के प्रारंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ में उड़द की पैदावार में 10.9 फीसदी की कमी आकर कुल उत्पादन 11.4 लाख टन होने का अनुमान है। जबकि वर्ष 2011-12 खरीफ सीजन में उड़द की पैदावार 12.8 लाख टन की हुई थी। (Business Bhaskar....R S Rana)
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