01 नवंबर 2012
चावल उत्पादन 990 लाख टन संभव: रिपोर्ट
इस साल खरीफ सीजन में भारत का चावल उत्पादन करीब पांच फीसदी घटने का अनुमान है। अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) का कहना है कि भारत में चावल का उत्पादन घटकर 990 लाख टन रह सकता है। पिछले साल देश में 1043.1 लाख टन चावल का उत्पादन हुआ था।
यूएसडीए ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि भारत में चावल का उत्पादन पैदावार बढऩे के कारण पिछले अनुमान के मुकाबले करीब 10 लाख टन बढ़कर 990 लाख टन रह सकता है।
इसके बावजूद कुल उत्पादन पिछले साल से करीब 5 फीसदी कम रहेगा। रिपोर्ट के अनुसार लेट मानसूनी बारिश अगस्त व सितंबर के दौरान पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्र में खरीफ सीजन के लिए अनुकूल रही। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने अपने पहले अग्रिम अनुमान में 856 लाख टन चावल का उत्पादन होने की संभावना जताई है।
पिछले अगस्त में संयुक्त राष्ट्र के फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन (एफएओ) ने भारत में 985 लाख टन चावल उत्पादन का अनुमान जारी किया था। उसका कहना था कि प्रमुख उत्पादक क्षेत्र उत्तरी व दक्षिणी राज्यों में मानसूनी बारिश की कमी से उत्पादन घट सकता है। यूएसडीए ने समूची दुनिया में चालू वर्ष 2012-13 के दौरान 4651 लाख टन चावल का उत्पादन होने की संभावना जताई है।
यह उत्पादन पिछले साल से थोड़ा सुधरेगा। पिछले साल 2011-12 में वैश्विक स्तर पर 4649 लाख टन चावल का उत्पादन हुआ था। रिपोर्ट में वैश्विक स्तर पर चावल की उत्पादकता 4.37 टन प्रति हैक्टेयर रहने की संभावना जताई है, जो पिछले साल के मुकाबले थोड़ी बेहतर होगी।
अब तक 79 लाख टन चावल खरीद
नई दिल्ली - चालू खरीफ विपणन सीजन 2012-13 में 79 लाख टन चावल की सरकारी खरीद हो पाई है। यह खरीद पिछले साल की समान अवधि में हुई खरीद से करीब 3.1 फीसदी कम है। भारतीय खाद्य निगम के अनुसार चालू खरीफ विपणन सीजन 2012-13 में हरियाणा में चावल की खरीद में बढ़ोतरी हुई है लेकिन पंजाब में कमी आई है। हरियाणा से अभी तक 21 लाख टन चावल की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 17.14 लाख टन की खरीद हुई थी। (Business Bhaskar....)
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