05 नवंबर 2012
आवंटित कोटे की सप्लाई के बाद फिर महंगा होने लगा गेहूं
आर एस राणा नई दिल्ली | Nov 05, 2012
केंद्रीय पूल में गेहूं का रिकॉर्ड स्टॉक होने के बावजूद कीमतों में फिर तेजी आने लगी है। महीने भर में गेहूं और गेहूं उत्पादों की कीमतों में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत अभी तक आवंटित किए गए 30 लाख टन गेहूं में से बचे माल की अंतिम निविदा जारी कर चुकी है।
इसके अलावा ओएमएसएस के तहत प्रस्तावित 70 लाख टन के अतिरिक्त आवंटन को अभी केंद्र सरकार की मंजूरी नहीं मिली है। ऐसे में मौजूदा कीमतों में और भी तेजी की संभावना है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ओएमएसएस के तहत पहले 30 लाख टन गेहूं का आवंटन किया गया था जिसमें से करीब 95 फीसदी का उठाव हो चुका है। खाद्य मंत्रालय का ओएमएसएस के तहत 70 लाख टन गेहूं का और आवंटन करने का प्रस्ताव है जो आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
इसका आवंटन नवंबर के आखिर या फिर दिसंबर के शुरू में ही हो पाएगा। केंद्रीय पूल में पहली अक्टूबर को रिकॉर्ड 431.53 लाख टन गेहूं का स्टॉक जमा था जबकि पिछले साल पहली अक्टूबर को 314.26 लाख टन का स्टॉक था।
प्रवीन कॉमर्शियल कंपनी के डायरेक्टर नवीन कुमार ने बताया कि लारेंस रोड पर महीने भर में गेहूं की कीमतों में 100 रुपये की तेजी आकर भाव 1,610-1,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। जबकि दिल्ली में एफसीआई के गेहूं का बिक्री भाव 1,328 रुपये प्रति क्विंटल है। उधर, उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं के दाम बढ़कर 1,550 रुपये और बंगलुरू पहुंच 1,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं।
खुले बाजार में गेहूं का बकाया स्टॉक कम है जबकि दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पंजाब में ओएमएसएस के आवंटित किए गए गेहूं का स्टॉक समाप्त हो चुका है। अन्य राज्यों में ओएमएसएस के तहत बचे हुए स्टॉक की अंतिम निविदा पांच नवंबर को खुलेंगी। ऐसे में ओएमएसएस के आवंटन में देरी हुई तो मौजूदा कीमतों में और भी 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ सकती है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2011-12 में देश में गेहूं का रिकॉर्ड 939 लाख टन का उत्पादन हुआ है जबकि रबी विपणन सीजन 2012-13 में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद 380.23 लाख टन की हुई थी।
कृषि मंत्रालय ने चालू रबी में 860 लाख टन गेहूं उत्पादन का लक्ष्य तय किया है लेकिन गेहूं की मौजूदा कीमतों को देखते हुए किसानों द्वारा ज्यादा बुवाई करने की संभावना है। ऐसे में पहली अप्रैल 2013 से शुरू होने वाले नए विपणन सीजन में गेहूं की खरीद में बढ़ोतरी की संभावना है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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