नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना, ओएमएसएस के तहत फसल सीजन 2025-26 के लिए गेहूं का बिक्री मूल्य 2,550 रुपये प्रति क्विंटल रिजर्व किया है तथा इसमें परिवहन लागत अलग से जोड़कर गेहूं की बिक्री की जायेगी।
केंद्रीय खाद्वय एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी अधिसूचना के अनुसार ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री का रिजर्व भाव 2,550 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है इसमें परिवहन लागत अगल से जोड़ी जायेगी। ओएमएसएस के तहत गेहूं की बिक्री की यह दर 30 जून 2026 तक प्रभावी होगी।
केंद्र सरकार नैफेड, एनसीसीएफ और केंद्रीय भंडार जैसी केंद्रीय सहकारी संस्थाओं को भी खुदरा बिक्री हेतु भारत ब्रांड के तहत स्टोर, मोबाइल वैन या ई कॉमर्स के माध्यम से भी 2,550 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं उपलब्ध करायेगी। सामुदायिक रसोई घरों के लिए भी इसी दर पर गेहूं दिया जायेगा।
केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, भारतीय खाद्वय निगम एफसीआई अपनी कुल स्टॉक पोजिशन को देखते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली, पीडीएस तथा बफर स्टॉक के तय मानकों के साथ ही किसी आकस्मिक स्थिति के लिए 20 लाख टन गेहूं स्टॉक में रखने के बाद अन्य गेहूं की नीलामी करेगी।
दिल्ली के लॉरेंस रोड पर गुरुवार को गेहूं का भाव 2,740 से 2,745 प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे। जानकारों के अनुसार दिल्ली की रोलर फ्लोर मिल रिजर्व भाव 2,550 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद करती है, तो इसमें परिवहन लागत एवं अन्य खर्च जोड़ने के बाद मिल पहुंच गेहूं की कीमतों में ज्यादा अंतर नहीं आयेगा। इसलिए हाजिर बाजार में गेहूं की कीमतों में बड़ी तेजी, मंदी के आसार नहीं है।
केंद्रीय पूल में गेहूं का बंपर भंडार होने के बावजूद कीमतों में तेजी को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2026 तक स्टॉक लिमिट लगा रखी है।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय पूल में पहली मई 2025 को 356.72 लाख टन गेहूं का स्टॉक मौजूद है।
रबी विपणन सीजन 2025-26 में देशभर में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी पर खरीद 299.24 लाख टन की हुई थी, हालांकि गेहूं की खरीद का लक्ष्य 322.7 लाख टन का था। इसके पिछले रबी सीजन में गेहूं की कुल खरीद 266 लाख टन की ही हुई थी।

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