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15 सितंबर 2023

दाल मिलों की खरीद घटने से अरहर एवं चना कमजोर, उड़द में मिलाजुला रुख तथा मसूर तेज

नई दिल्ली। दाल मिलों की मांग कमजोर बनी रहने के कारण घरेलू बाजार में गुरुवार को अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के साथ चना की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि इस दौरान आयातित मसूर के दाम तेज हुए। मूंग की कीमतें लगभग स्थिर हो गई। लेमन अरहर तथा उड़द में मिलाजुला रुख देखा गया।


चेन्नई में बर्मा की उड़द एसक्यू और एफएक्यू के दाम स्थिर बने रहे। उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव सितंबर एवं अक्टूबर शिपमेंट के फसल सीजन 2023 के क्रमश: 980 डॉलर और 1,075 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ पर स्थिर बने रहे।

राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक की लगभग सभी मंडियों में नई उड़द की आवक शुरू हो गई है, तथा इस समय जो माल आ रहे हैं, उनकी क्वालिटी अच्छी है। मौसम अनुकूल रहा तो आने वाले दिनों में इसकी दैनिक आवक बढ़ेगी। हालांकि मौसम विभाग ने कई उत्पादक क्षेत्रों में आगे बारिश होने की भविष्यवाणी की हुई है। ऐसे में इसकी कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक उत्पादक राज्यों में आगामी दिनों में मानसून कैसा रहता है, इस पर भी निर्भर करेगी। नई फसल की आवकों को देखते हुए इसकी कीमतों पर दबाव बढ़ा है, लेकिन आयातक नीचे दाम पर बिकवाली नहीं कर रहे। वैसे भी त्योहारी सीजन के कारण उड़द दाल में दक्षिण भारत की मांग अभी बनी रहेगी। बर्मा में पुरानी उड़द का बकाया स्टॉक कम है।

दाल मिलों की मांग कमजोर होने से अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमतों में मंदा आया जबकि लेमन में मिलाजुला रुख रहा। घरेलू मंडियों में देसी अरहर का बकाया स्टॉक कम है जबकि नई अरहर की आवक दिसंबर में बनेगी। चालू खरीफ में अरहर की बुआई भी पिछले साल की तुलना में कम हुई है। खपत का सीजन होने के कारण अरहर दाल में मांग बनी रहने का अनुमान। स्टॉक लिमिट लगी होने के कारण दाल मिलों के पास भी तय मात्रा में ही अरहर का स्टॉक बचा हुआ है। ऐसे में इसकी मौजूदा कीमतों में अभी बड़ी गिरावट के आसार कम है। केंद्र सरकार हर सप्ताह कीमतों की समीक्षा कर रही है, इसलिए मिलर्स भी जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रहे हैं।

देसी के साथ ही आयातित मसूर के दाम तेज हुए हैं। व्यापारियों के अनुसार खपत का सीजन होने के कारण मसूर दाल में बिहार, बंगाल एवं असम की मांग बनी रहेगी, जबकि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की मंडियों में देसी मसूर की आवक काफी कम हो गई है। किसानों के पास बकाया स्टॉक सीमि मात्रा में ही बचा हुआ है, जबकि स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आ रही है। ऐसे में इसकी कीमतों में अभी बड़ी गिरावट के आसार नहीं है। हालांकि कनाडा एवं ऑस्ट्रेलिया से आयातित मसूर की आवक हो रही है तथा बंदरगाह पर स्टॉक भी है।

दाल मिलों की खरीद कमजोर होने से आज की कीमतों में बड़ी गिरावट आई है। नेफेड ने पिछले सप्ताह 6,300 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर के दाम पर चना की निविदा पास की थी, जबकि नवीनतम निविदा 6,202 रुपये प्रति क्विंटल की पास की है, जिससे कीमतों पर दबाव तो है लेकिन उत्पादक राज्यों में चना का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में काफी कम बचा हुआ है। उधर चना की नई फसल फरवरी, मार्च में ही आयेगी। त्योहारी सीजन के कारण चना दाल एवं बेसन की मांग अभी बनी रहेगी। ऐसे में इसकी कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक नेफेड की निविदा के दाम पर निर्भर करेगी।

मूंग की कीमतें स्थिर हो गई। व्यापारियों के अनुसार उत्पादक मंडियों में मूंग की दैनिक आवकों में हाल ही में बढ़ोतरी हुई है, तथा चालू महीने के अंत तक मौसम अनुकूल रहा तो आवक और बढ़ेगी। ऐसे में इसकी कीमतों में हल्की तो नरमी तो आ सकती है, लेकिन अभी बड़ी गिरावट के आसार कम है। खपत का सीजन होने के कारण मूंग दाल की मांग अभी बनी रहेगी। जानकारों के अनुसार आगामी दिनों में मूंग के उत्पादक राज्यों में मानसून कैसा रहता है, इस पर भी तेजी, मंदी निर्भर करेगी।

चेन्नई में उड़द एसक्यू के दाम शाम के सत्र में 250 रुपये कमजोर होकर दाम 9200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

मुंबई में उड़द एफएक्यू के भाव शाम के सत्र में 50 रुपये तेज होकर दाम 8400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

सोलापुर में देसी उड़द के दाम घटकर 8,000 से 9,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

चेन्नई में लेमन अरहर के दाम 11,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।

मुंबई में लेमन अरहर के दाम 50 रुपये बढ़कर भाव 11,250 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमतें कमजोर हुई। सूडान से आयातित अरहर के दाम 100 रुपये घटकर 11,500 से 11,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मलावी से आयातित अरहर के भाव 300 रुपये कमजोर होकर 8500 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

दाल मिलों की मांग बढ़ने से दिल्ली में देसी मसूर के भाव 50 रुपये तेज होकर दाम 6775 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 25 रुपये तेज होकर 6125 से 6150 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान हजिरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 25 रुपये बढ़कर 6225 से 6250 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 50 रुपये तेज होकर 6600 से 6650 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 50 रुपये बढ़कर 6500 से 6550 रुपये प्रति क्विंटल बोली गई।

दिल्ली में राजस्थान लाइन के चना के दाम लगातार दूसरे दिन 125 रुपये कमजोर होकर भाव 6350 से 6375 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मध्य प्रदेश के चना के भाव 150 रुपये घटकर 6350 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

दिल्ली में राजस्थान लाइन की मूंग के भाव 8550 से 8600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान जयपुर मंडी में मूंग के बिल्टी भाव 50 रुपये तेज होकर 7500 से 8600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। जलगांव में पुराना समर के दाम घटकर 8700 से 9200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

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