नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गेहूं पर स्टॉक लिमिट को 3,000 टन से घटाकर 2,000 टन कर दिया है।
केंद्रीय खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि सरकार ने व्यापारियों, थोक विक्रेताओं और बड़ी श्रृंखला के खुदरा विक्रेताओं के लिए गेहूं पर स्टॉक सीमा को 3,000 टन से घटाकर 2,000 टन कर दिया है।
संजीव चोपड़ा ने कहां कि देश में गेहूं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, लेकिन मुझे लगता है कि कुछ तत्व हैं जो गेहूं की कीमतों में कृत्रिम तेजी लाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहां कि व्यापारियों, थोक विक्रेताओं और बड़ी श्रृंखला के खुदरा विक्रेताओं को अपने स्टॉक को कम करने और संशोधित सीमा में लाने के लिए 12 अक्टूबर तक का समय मिलेगा।
चोपड़ा ने कहां कि यह निर्णय नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड, एनसीडीईएक्स पर गेहूं की कीमतों में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए लिया जा रहा है।
तीन महीने पहले 12 जून को केंद्र सरकार ने गेहूं के व्यापारियों, थोक विक्रेताओं और बड़ी श्रृंखला के खुदरा विक्रेताओं पर मार्च 2024 तक 3,000 टन की स्टॉक सीमा लगाई थी।
गेहूं के दाम लारेंस रोड गुरुवार को तेज होकर 2,565 रुपये प्रति क्विंटल हो जबकि इसकी दैनिक आवक 6,500 बोरियों की हुई।
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