नई दिल्ली। ग्राहकी सीमित बनी रहने के कारण घरेलू बाजार में सोमवार को उड़द तथा अरहर की कीमतों में मिलाजुला रुख बना रहा जबकि देसी मसूर एवं चना तथा की कीमतों में सुधार आया, जबकि इस दौरान मूंग के दाम इस दौरान स्थिर बने रहे।
चेन्नई में बर्मा की उड़द एसक्यू और एफएक्यू के दाम स्थिर बने रहे। उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव अगस्त एवं सितंबर शिपमेंट के फसल सीजन 2023 के क्रमश: 980 डॉलर और 1,075 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ पर स्थिर बने रहे।बर्मा से आयातित उड़द की कीमतें चेन्नई में स्थिर बनी रही, जबकि घरेलू बाजार में इसके भाव में मिलाजुला रुख बना रहा। जानकारों के अनुसार त्योहारी सीजन के कारण उड़द दाल में दक्षिण भारत की मांग अभी बनी रहेगी, जबकि बर्मा में पुरानी उड़द का बकाया स्टॉक कम है, साथ ही बर्मा से उड़द के आयात पड़ते अभी भी महंगे हैं। इसलिए इसकी कीमतों में अभी बड़ी गिरावट के आसार कम है। व्यापारियों के अनुसार हाल ही में उड़द के उत्पादक क्षेत्रों में बारिश हुई है, इससे पछेती फसल को तो फायदा होगा, लेकिन जो फसल पक कर तैयार है, उसकी आवक प्रभावित हो सकती है। गुजरात में 300 से 400 बोरी नई उड़द की आवक हुई तथा भाव 9000 से 9125 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
दाल मिलों की खरीद सीमित बनी रहने से अरहर की कीमतों में भी मिलाजुला रुख रहा। जानकारों के अनुसार लेमन अरहर का बकाया स्टॉक कम है, जबकि इसके आयात पड़ते महंगे हैं। पिछले साल सितंबर में अफ्रीका से 92 हजार टन अरहर का आयात हुआ था, लेकिन चालू सितंबर में आयात कम रहने की आशंका है। केंद्र सरकार की सख्ती के साथ ही स्टॉकिस्टों की मुनाफावसूली से हाल ही में अरहर की कीमतों में गिरावट तो आई है, लेकिन हाजिर बाजार में जहां देसी अरहर का स्टॉक भी कम है। आयातक भी दाम घटाकर बेचना नहीं चाहते। इसलिए हाजिर बाजार में अभी इसकी कीमतों में बड़ी गिरावट के आसार नहीं है। घरेलू बाजार में देसी अरहर की आवक दिसंबर में बनेगी। वैसे भी खपत का सीजन होने के कारण अरहर दाल में मांग बनी रहने का अनुमान। स्टॉक लिमिट लगी होने के कारण दाल मिलों के पास भी तय मात्रा में ही अरहर का स्टॉक बचा हुआ है जबकि घरेलू मंडियों में देसी अरहर की आवक पहले की तुलना में कम हो गई है।
देसी मसूर की कीमतों में सुधार, जबकि आयातित के दाम स्थिर बने रहे। केंद्र सरकार द्वारा स्टॉक की जानकारी मांगे जाने से हाल ही में मसूर के दाम कमजोर हुए थे, लेकिन व्यापारी ज्यादा मंदे में नहीं है। खपत का सीजन होने के कारण मसूर दाल में बिहार, बंगाल एवं असम की मांग बनी रहेगी, जबकि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की मंडियों में देसी मसूर की आवक काफी कम हो गई है। किसानों के पास बकाया स्टॉक कम है, जबकि स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आ रही है। हालांकि कनाडा एवं ऑस्ट्रेलिया से आयातित मसूर की आवक हो रही है तथा बंदरगाह पर स्टॉक भी है।
नीचे दाम पर दाल मिलों की खरीद से चना की कीमतों में सुधार आया है। जानकारों के अनुसार नेफेड द्वारा चना की बिक्री बढ़ाने की संभावना से इसकी कीमतों पर पिछले सप्ताह दबाव बना था, लेकिन नेफेड अभी भी उंचे दाम पर ही चना की निविदा बेच रही है। इसलिए इसकी कीमतों में ज्यादा मंदा नहीं आयेगा। उत्पादक राज्यों में चना का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में काफी कम बचा हुआ है जबकि चना की नई फसल फरवरी, मार्च में ही आयेगी। त्योहारी सीजन के कारण चना दाल एवं बेसन की मांग अभी बनी रहेगी।
दाल मिलों की सीमित खरीद से मूंग की कीमतें स्थिर बनी रही। व्यापारियों के अनुसार उत्पादक मंडियों में मूंग की दैनिक आवकों में हाल ही में सुधार आया है, तथा चालू महीने के अंत तक मौसम अनुकूल रहा तो आवक और बढ़ेगी। ऐसे में इसकी कीमतों में हल्की तो नरमी तो आ सकती है। हालांकि खपत का सीजन होने के कारण मूंग दाल की मांग अभी बनी रहेगी। इसलिए इसकी कीमतों में अभी बड़ी गिरावट की संभावना कम है।
चेन्नई में उड़द एसक्यू के दाम शाम के सत्र में 50 रुपये तेज होकर भाव 9450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, इस दौरान एफएक्यू के भाव 100 रुपये तेज होकर दाम 8375 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
दिल्ली में उड़द एफएक्यू के भाव 75 बढ़कर 8775 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि उड़द एसक्यू के दाम 9400 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
मुंबई में उड़द एफएक्यू के भाव 25 रुपये कमजोर होकर दाम 8450 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
दिल्ली में लेमन अरहर के दाम 50 रुपये तेज होकर दाम 11,550 से 11,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
चेन्नई में लेमन अरहर के दाम 50 रुपये कमजोर होकर भाव 11,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
मुंबई में लेमन अरहर के दाम 50 रुपये बढ़कर भाव 11,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमतें स्थिर बने रहे। सूडान से आयातित अरहर के दाम 11,800 से 11,900 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान मलावी से आयातित अरहर के भाव 9000 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
दाल मिलों की मांग बढ़ने से दिल्ली में देसी मसूर के भाव बढ़कर 6700 से 6725 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 6050 से 6100 रुपये प्रति क्विंटल स्थिर हो गए। इस दौरान हजिरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 6200 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 6600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। कनाडा की मसूर की कीमतें वैसल में 6200 से 6300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 6450 से 6500 रुपये प्रति क्विंटल बोली गई।
दिल्ली में राजस्थान लाइन के चना के दाम 25 रुपये तेज होकर भाव 6500 से 6525 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान मध्य प्रदेश के चना के भाव 25 रुपये बढ़कर 6500 से 6525 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
दिल्ली में राजस्थान लाइन की मूंग के भाव 8850 से 8900 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान जयपुर मंडी में मूंग के बिल्टी भाव 7500 से 8550 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
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