तमाम कोशिशों के बावजूद प्याज की कीमतें फिलहाल कम नहीं होंगी। कम से कम
सरकार ने तो कुछ ऐसा ही संकेत दिया है। देश भर में प्याज 50 रुपये किलो के
ऊपर है। दिल्ली में इसका भाव 80 रुपये तक पहुंच गया है। यानि थोक के
मुकाबले रिटेल में दोगुना भाव। चौंकाने वाली बात ये है कि इंपोर्ट शुरु
हुआ, एक्सपोर्ट का दाम तय किया गया, सरकारी एजेंसी नैफेड खुद नासिक में
प्याज खरीद रही है। इसके बावजूद प्याज की कीमतें आसमान पर हैं।
चौंकाने वाली बात ये भी है कि सरकार को ये सब बात पता है। इसके बावजूद कोई एक्शन नहीं। सरकार जानती है कि मंडियों में प्याज 30 रुपये किलो बिक रहा है और कैसे ये रिटेल में 60 से 80 रुपये किलो हो जा रहा है, ये भी पता है। लेकिन इससे निपटने के लिए करें क्या, ये नहीं मालूम। कम से कम केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान के बयान से तो यहीं संकेत मिल रहा है।
इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि सरकार प्याज के अपने हाथ खड़े कर दी है। नई फसल की जोरदार आवक हो रही है। इस महीने नासिक की मंडियों में आवक बढ़कर 3 गुनी हो गई है। इसके बावजूद कीमतों पर कोई असर नहीं और सबकुछ जानते हुए सरकार सिर्फ पब्लिक को बाजार की जानकारी दे रही है। खाद्य मंत्री राम विलास पासवान का बयान है कि कीमतों पर काबू पाना सरकार के हाथ में नहीं।
चौंकाने वाली बात ये भी है कि सरकार को ये सब बात पता है। इसके बावजूद कोई एक्शन नहीं। सरकार जानती है कि मंडियों में प्याज 30 रुपये किलो बिक रहा है और कैसे ये रिटेल में 60 से 80 रुपये किलो हो जा रहा है, ये भी पता है। लेकिन इससे निपटने के लिए करें क्या, ये नहीं मालूम। कम से कम केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान के बयान से तो यहीं संकेत मिल रहा है।
इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि सरकार प्याज के अपने हाथ खड़े कर दी है। नई फसल की जोरदार आवक हो रही है। इस महीने नासिक की मंडियों में आवक बढ़कर 3 गुनी हो गई है। इसके बावजूद कीमतों पर कोई असर नहीं और सबकुछ जानते हुए सरकार सिर्फ पब्लिक को बाजार की जानकारी दे रही है। खाद्य मंत्री राम विलास पासवान का बयान है कि कीमतों पर काबू पाना सरकार के हाथ में नहीं।
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