आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में बासमती चावल की कीमतों में आई तेजी का असर अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी इसके भाव पर पड़ा है। अक्टूबर में विश्व बाजार में पूसा 1,121 बासमती स्टीम चावल के औसत भाव 9.22 फीसदी बढ़कर 1,170 डॉलर प्रति टन (एफओबी) हो गए, जबकि सितंबर में इसके औसत भाव 1,070 डॉलर प्रति टन (एफओबी) थे।
चालू खरीफ में बासमती चावल का उत्पादन कम होने की आशंका है, साथ ही नई फसल के समय बासमती चावल का बकाया स्टॉक भी पिछले साल की तुलना में करीब 10 लाख टन कम माना जा रहा है, यहीं कारण है कि घरेलू बाजार में नई फसल की आवक के समय ही बासमती धान और चावल की कीमतों में तेजी आई है। जानकारों का मानना है कि उंचे भाव के कारण विश्व बाजार से बासमती चावल की निर्यात मांग प्रभावित हो सकती है, इसलिए आगे बासमती धान के साथ ही चावल की कीमतों में घरेलू बाजार में गिरावट आ सकती है।
घरेलू मंडियों में बासमती धान पूसा 1,121 और डीपी की आवकों का दबाव बना हुआ है, तथा ट्रेडिशनल बासमती धान की आवक चालू महीने के मध्य के बाद और बढ़ेगी। पूसा बासमती धान 1,509 की दैनिक आवक अब कम हो गई है। उत्पादक मंडियों में पूसा 1,121 बासमती धान का भाव 3,100 से 3,300 रुपये, डीपी धान का 3,000 से 3,100 रुपये और पूसा 1,509 किस्म के धान का भाव 2,700 से 2,900 रुपये तथा ट्रेडिशनल बासमती धान का 3,850 से 3,900 रुपये प्रति क्विंटल है।
एपिडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान बासमती चावल का निर्यात 21.31 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 20.66 लाख टन का हुआ था।
यूएन फूड एग्रीकल्चर आर्गेनाईजेशन (एफएओ) के अनुसार पाकिस्तानी बासमती चावल का भाव भी सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में विश्व बाजार में 6.25 फीसदी बढ़कर औसतन 1,168 डॉलर प्रति टन हो गया, जबकि सितंबर में इसका भाव 1,100 डॉलर प्रति टन था।.................. आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में बासमती चावल की कीमतों में आई तेजी का असर अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी इसके भाव पर पड़ा है। अक्टूबर में विश्व बाजार में पूसा 1,121 बासमती स्टीम चावल के औसत भाव 9.22 फीसदी बढ़कर 1,170 डॉलर प्रति टन (एफओबी) हो गए, जबकि सितंबर में इसके औसत भाव 1,070 डॉलर प्रति टन (एफओबी) थे।
चालू खरीफ में बासमती चावल का उत्पादन कम होने की आशंका है, साथ ही नई फसल के समय बासमती चावल का बकाया स्टॉक भी पिछले साल की तुलना में करीब 10 लाख टन कम माना जा रहा है, यहीं कारण है कि घरेलू बाजार में नई फसल की आवक के समय ही बासमती धान और चावल की कीमतों में तेजी आई है। जानकारों का मानना है कि उंचे भाव के कारण विश्व बाजार से बासमती चावल की निर्यात मांग प्रभावित हो सकती है, इसलिए आगे बासमती धान के साथ ही चावल की कीमतों में घरेलू बाजार में गिरावट आ सकती है।
घरेलू मंडियों में बासमती धान पूसा 1,121 और डीपी की आवकों का दबाव बना हुआ है, तथा ट्रेडिशनल बासमती धान की आवक चालू महीने के मध्य के बाद और बढ़ेगी। पूसा बासमती धान 1,509 की दैनिक आवक अब कम हो गई है। उत्पादक मंडियों में पूसा 1,121 बासमती धान का भाव 3,100 से 3,300 रुपये, डीपी धान का 3,000 से 3,100 रुपये और पूसा 1,509 किस्म के धान का भाव 2,700 से 2,900 रुपये तथा ट्रेडिशनल बासमती धान का 3,850 से 3,900 रुपये प्रति क्विंटल है।
एपिडा के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान बासमती चावल का निर्यात 21.31 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इसका निर्यात 20.66 लाख टन का हुआ था।
यूएन फूड एग्रीकल्चर आर्गेनाईजेशन (एफएओ) के अनुसार पाकिस्तानी बासमती चावल का भाव भी सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में विश्व बाजार में 6.25 फीसदी बढ़कर औसतन 1,168 डॉलर प्रति टन हो गया, जबकि सितंबर में इसका भाव 1,100 डॉलर प्रति टन था।.................. आर एस राणा
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