आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में सरसों के साथ ही चना की बुवाई में कमी आने की आशंका है। राज्य में अभी तक सरसों के साथ ही चना की बुवाई पिछड़ रही है, जबकि बुवाई का समय अब लगभग पूरा हो चुका है।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार राज्य में सरसों की बुवाई अभी तक केवल 17.68 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 23.05 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। राज्य के कृषि निदेशालय ने बुवाई का लक्ष्य 26 लाख हैक्टेयर का तय किया है जबकि पिछले साल कुल बुवाई 25.04 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
इसी तरह से राज्य में चना की बुवाई भी चालू रबी में घटकर अभी तक केवल 9.93 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 12.97 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार चालू रबी में चना के बुवाई का लक्ष्य 15 लाख हैक्टेयर तय किया है जबकि पिछले साल कुल बुवाई 15.48 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
अन्य फसलों में गेहूं की बुवाई राज्य में अभी तक 6.44 लाख हैक्टेयर में और जौ की बुवाई 1.17 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में इनकी क्रमशः 7.99 लाख हैक्टेयर में और 1.22 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। ................. आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान में सरसों के साथ ही चना की बुवाई में कमी आने की आशंका है। राज्य में अभी तक सरसों के साथ ही चना की बुवाई पिछड़ रही है, जबकि बुवाई का समय अब लगभग पूरा हो चुका है।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार राज्य में सरसों की बुवाई अभी तक केवल 17.68 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 23.05 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। राज्य के कृषि निदेशालय ने बुवाई का लक्ष्य 26 लाख हैक्टेयर का तय किया है जबकि पिछले साल कुल बुवाई 25.04 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
इसी तरह से राज्य में चना की बुवाई भी चालू रबी में घटकर अभी तक केवल 9.93 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 12.97 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार चालू रबी में चना के बुवाई का लक्ष्य 15 लाख हैक्टेयर तय किया है जबकि पिछले साल कुल बुवाई 15.48 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
अन्य फसलों में गेहूं की बुवाई राज्य में अभी तक 6.44 लाख हैक्टेयर में और जौ की बुवाई 1.17 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में राज्य में इनकी क्रमशः 7.99 लाख हैक्टेयर में और 1.22 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। ................. आर एस राणा
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