आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चालू सीजन में गर्मी सामान्य से ज्यादा पड़ने की संभावना जताई है, इसका असर कपास की बुवाई पर पड़ेगा। माना जा रहा है कि कपास की बुवाई खासकर के उत्तर भारत के साथ ही महाराष्ट्र और तेलंगाना में देरी से होगी।
आईएमडी के अनुसार अप्रैल से जून के दौरान देष के ज्यादातर हिस्सों में गर्मी सामान्य से ज्यादा पड़ेगी। हालांकि उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेष और छत्तीसगढ़ में तापमान सामान्य से एक डिग्री उपर रहेगा लेकिन बिहार, झारखंड, बंगाल और उड़ीसा में भीषण गर्मी पड़ सकती है। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के साथ ही तेलंगाना में इस साल गर्मी का नया रिकार्ड बन सकता है। मराठवाड़ा और तेलंगाना में सबसे ज्यादा कपास की पैदावार होती है। वैसे भी पिछले साल से मानसून सामान्य से कमजोर रहा है जिससे जलाष्यों में भी पानी की उपलब्धता में कमी आई है। हालांकि आईएमडी का मानना है कि इस बार अलनीनो के कमजोर पड़ने से खरीफ में मानसूनी बारिष अच्छी होगी।.....आर एस राणा
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने चालू सीजन में गर्मी सामान्य से ज्यादा पड़ने की संभावना जताई है, इसका असर कपास की बुवाई पर पड़ेगा। माना जा रहा है कि कपास की बुवाई खासकर के उत्तर भारत के साथ ही महाराष्ट्र और तेलंगाना में देरी से होगी।
आईएमडी के अनुसार अप्रैल से जून के दौरान देष के ज्यादातर हिस्सों में गर्मी सामान्य से ज्यादा पड़ेगी। हालांकि उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेष और छत्तीसगढ़ में तापमान सामान्य से एक डिग्री उपर रहेगा लेकिन बिहार, झारखंड, बंगाल और उड़ीसा में भीषण गर्मी पड़ सकती है। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा के साथ ही तेलंगाना में इस साल गर्मी का नया रिकार्ड बन सकता है। मराठवाड़ा और तेलंगाना में सबसे ज्यादा कपास की पैदावार होती है। वैसे भी पिछले साल से मानसून सामान्य से कमजोर रहा है जिससे जलाष्यों में भी पानी की उपलब्धता में कमी आई है। हालांकि आईएमडी का मानना है कि इस बार अलनीनो के कमजोर पड़ने से खरीफ में मानसूनी बारिष अच्छी होगी।.....आर एस राणा
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