आर एस राणा
नई दिल्ली। विष्व बाजार में भाव होने के कारण देष से खली के निर्यात में चालू वित वर्ष 2015-16 में 52 फीसदी भारी गिरावट आई है। इस दौरान देष से केवल 1,184,441 टन खली का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष 2014-15 में देष से 2,465,663 टन खली का निर्यात हुआ था।
साल्वेंट एक्सर्टक्टर्स एसोसिएषन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार मार्च महीने में देष से खली के निर्यात में 75 फीसदी की भारी गिरावट आकर कुल निर्यात 51,698 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष 2014-15 के मार्च महीने में 209,227 टन खली का निर्यात हुआ था। एसईए के अनुसार मूल्य के हिसाब से चालू वित वर्ष में खली के निर्यात में 65 फीसदी की गिरावट आई है।
एसईए के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-26 में सबसे ज्यादा गिरावट सोया खली के निर्यात में आई है इस दौरान सोया खली का निर्यात केवल 70,820 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष के दौरान 659,593 टन खली का निर्यात हुआ था। हालांकि इस दौरान देष से सरसों और राइसब्रान खली के निर्यात में बढ़ोतरी हुई है।
मार्च महीने में सोया खली का भाव भारतीय बंदरगाह पर घटकर 480 डॉलर प्रति टन रह गया जबकि जनवरी महीने में इसका भाव 492 डॉलर प्रति टन था। इस दौरान सरसों खली का भाव 304 डॉलर से घटकर 247 डॉलर और मूंगफली खली का भाव 446 डॉलर से घटकर 425 डॉलर प्रति टन रह गया......आर एस राणा
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