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29 जनवरी 2018

बासमती चावल का निर्यात 22 फीसदी, गैर बासमती का 45.68 फीसदी बढ़ा

आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2017—18 के पहले 9 महीनों अप्रैल से दिसंबर के दौरान बासमती चावल के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 21.98 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि गैर बासमती चावल का निर्यात इस दौरान मूल्य के​ हिसाब से 45.68 फीसदी बढ़ा है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार अप्रैल से दिसंबर के दौरान बासमती चावल का निर्यात बढ़कर मूल्य के हिसाब से 18,757.52 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016—17 की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 15,377.01 करोड़ रुपये का हुआ था। 
गैर बासमती चावल का निर्यात मूल्य के हिसाब से चालू वित्त वर्ष 2017—18 के अप्रैल से दिसंबर के दौरान बढ़कर 16,802.98 करोड़ का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016—17 की समान अवधि में इसका निर्यात 11,533.81 करोड़ रुपये का हुआ था।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष 2017—18 में बासमती चावल का कुल निर्यात करीब 40 लाख टन हो जायेगा। इस समय ईरान के साथ ही अन्य खाड़ी देशों की आयात मांग बासमती चावल में अच्छी बनी हुर्इ है।
हरियाणा की ​कैथल मंडी में सोमवार को पूसा बासमती धान 1,121 के भाव 3,800 रुपये, पूसा 1,509 बासमती धान के भाव 3,550 रुपये और डुप्लीकेट बासमती धान के भाव 3,600 रुपये प्रति​ क्विंटल रहे। पूसा 1,121 बासमती चावल सेला का भाव मंडी 7,000 रुपये प्रति क्विंटल रहा। उत्पादक मंडियों में धान की दैनिक आवक कम हो गई है, जबकि बासमती चावल में निर्यात मांग अच्छी है। ऐसे में आगामी दिनों में बासमती धान की कीमतों में और तेजी आने की संभावना है। .........  आर एस राणा

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