नई दिल्ली। कारपोरेशन ऑफ इंडिया, सीसीआई ने 27 से 30 मई 2025 के दौरान घरेलू बाजार में 18,000 गांठ, एक गांठ 170 किलो कॉटन की बिक्री की। इस दौरान निगम ने पहली अक्टूबर 2024 से शुरू हुए फसल सीजन 2024-25 में खरीदी हुई 17,900 गांठ के अलावा फसल सीजन 2023-24 में खरीदी हुई 100 गांठ कॉटन की बिक्री की।
सूत्रों के अनुसार निगम के पास चालू फसल सीजन 2024-25 में खरीदी हुई कॉटन का करीब 70 लाख गांठ का स्टॉक बचा हुआ है। सीसीआई के बिक्री नियम सख्त होने के कारण हाल ही में इसकी बिक्री पहले की तुलना में कम हुई है।
स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर होने के कारण शुक्रवार को गुजरात के साथ ही उत्तर भारत में कॉटन की कीमत स्थिर से नरम हुई।
गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव शुक्रवार को 100 रुपये कमजोर होकर 53,700 से 54,200 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो रह गए।
पंजाब में रुई के हाजिर डिलीवरी के भाव 5720 से 5730 रुपये प्रति मन बोले गए। हरियाणा में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 20 रुपये नरम होकर 5520 से 5570 रुपये प्रति मन बोले गए। ऊपरी राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 5710 से 5750 रुपये प्रति मन बोले गए। खैरथल लाइन में कॉटन के भाव 54,700 से 54,800 रुपये कैंडी, एक कैंडी-356 किलो बोले गए।
स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर के कारण गुजरात के साथ ही उत्तर भारत के राज्यों में कॉटन की कीमत स्थिर से नरम हुई। व्यापारियों के अनुसार चालू सीजन में कपास के उत्पादन में कमी आई थी, लेकिन एक तो घरेलू बाजार से कॉटन के निर्यात में कमी आई है, वहीं दूसरी तरफ चालू सीजन में अभी तक आयात ज्यादा मात्रा में हुआ है। घरेलू बाजार में सीसीआई के पास करीब 70 लाख गांठ का स्टॉक बचा हुआ है। इसलिए घरेलू बाजार में कॉटन की कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक सीसीआई के बिक्री भाव पर भी निर्भर करेगी।
सूत्रों के अनुसार निगम के पास चालू फसल सीजन 2024-25 में खरीदी हुई कॉटन का करीब 70 लाख गांठ का स्टॉक बचा हुआ है। सीसीआई के बिक्री नियम सख्त होने के कारण हाल ही में इसकी बिक्री पहले की तुलना में कम हुई है।
स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर होने के कारण शुक्रवार को गुजरात के साथ ही उत्तर भारत में कॉटन की कीमत स्थिर से नरम हुई।
गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव शुक्रवार को 100 रुपये कमजोर होकर 53,700 से 54,200 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो रह गए।
पंजाब में रुई के हाजिर डिलीवरी के भाव 5720 से 5730 रुपये प्रति मन बोले गए। हरियाणा में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 20 रुपये नरम होकर 5520 से 5570 रुपये प्रति मन बोले गए। ऊपरी राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 5710 से 5750 रुपये प्रति मन बोले गए। खैरथल लाइन में कॉटन के भाव 54,700 से 54,800 रुपये कैंडी, एक कैंडी-356 किलो बोले गए।
स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर के कारण गुजरात के साथ ही उत्तर भारत के राज्यों में कॉटन की कीमत स्थिर से नरम हुई। व्यापारियों के अनुसार चालू सीजन में कपास के उत्पादन में कमी आई थी, लेकिन एक तो घरेलू बाजार से कॉटन के निर्यात में कमी आई है, वहीं दूसरी तरफ चालू सीजन में अभी तक आयात ज्यादा मात्रा में हुआ है। घरेलू बाजार में सीसीआई के पास करीब 70 लाख गांठ का स्टॉक बचा हुआ है। इसलिए घरेलू बाजार में कॉटन की कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक सीसीआई के बिक्री भाव पर भी निर्भर करेगी।

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