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28 जून 2025

चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में डीओसी का निर्यात 1.79 फीसदी बढ़ा - एसईए

नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2025-26 के पहले दो महीनों अप्रैल एवं मई में डीओसी का निर्यात 1.79 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 781,189 टन का हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 767,436 टन का हुआ था।


सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार मई में डीओसी के निर्यात में 4 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 315,326 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल मई में इसका निर्यात 302,280 टन का ही हुआ था।

ऑयल वर्ल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, पशुधन उत्पादन में वृद्धि और मिश्रित फीड में सोया डीओसी की बढ़ती हिस्सेदारी के कारण अफ्रीकी देशों में सोया डीओसी की खपत बढ़ रही है। भारत ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के पहले दो महीनों में मध्य पूर्व और अफ्रीकी देशों को 1,18,000 टन से अधिक सोया डीओसी का निर्यात किया, जिसे मुख्य रूप से केन्या और कुवैत को भेजा गया। 2024-25 में, भारत ने इस क्षेत्र में निर्यात को बढ़ाने के लिए मुख्य रूप से संयुक्त अरब अमीरात (ईरान और अन्य देशों को) को 800,000 टन से अधिक सोया डीओसी का निर्यात किया था। अफ्रीकी देश सोया डीओसी के लिए बढ़ते बाजार हैं। भारत के पास लॉजिस्टिक लाभ है और वह अफ्रीकी देशों को कंटेनर लोड द्वारा छोटे पार्सल भेज सकता है।

सुदूर पूर्व के देशों में, लॉजिस्टिक और मूल्य कम होने के कारण भारतीय सरसों डीओसी को मवेशी चारा के उपयोग लिए बहुत अच्छी मांग बनी हुई है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के पहले दो महीनों में, भारत ने लगभग 3.5 लाख टन सरसों डीओसी का निर्यात किया, जिसमें चीन सबसे आगे है, उसके बाद दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और बांग्लादेश का स्थान है। इससे सरसों की घरेलू कीमत को भी समर्थन मिला और यह 5,950 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी से ऊपर बनी रही। 2024-25 में, भारत ने मूल्य समानता के कारण सुदूर पूर्व और दक्षिण पूर्व देशों को मुख्य रूप से दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और बांग्लादेश को 18.62 लाख टन से अधिक सरसों डीओसी का निर्यात किया था। भारतीय सरसों डीओसी की मौजूदा कीमत एफओबी कांडला सिर्फ 200 डॉलर प्रति टन है, जबकि सरसों डीओसी (कैनोला खली) एफओबी एक्स-मिल हैम्बर्ग 290 डॉलर प्रति टन है।

भारतीय बंदरगाह पर मई में सोया डीओसी का भाव कमजोर होकर 382 डॉलर प्रति टन रह गए, जबकि अप्रैल में इसका दाम 388 डॉलर प्रति टन था। इस दौरान सरसों डीओसी का मूल्य मई में भारतीय बंदरगाह पर घटकर 201 डॉलर प्रति टन का रह गया, जबकि अप्रैल में इसका भाव 207 डॉलर प्रति टन था। इस दौरान कैस्टर डीओसी का दाम अप्रैल के 79 डॉलर प्रति टन से कमजोर होकर मई में 77 डॉलर प्रति टन का रह गया।

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