कुल पेज दृश्य

24 फ़रवरी 2025

चालू पेराई सीजन में महाराष्ट्र की 38 चीनी मिलों ने पेराई बंद की, उत्पादन 17 फीसदी कम

नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2024 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2024-25 (अक्टूबर से सितंबर) में 20 फरवरी तक महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन 17 फीसदी घटकर 70.90 लाख टन का ही हुआ है जबकि राज्य की 38 चीनी मिलों ने पेराई बंद कर दी है।


राज्य के चीनी आयुक्तालय की एक रिपोर्ट के अनुसार चालू पेराई सीजन 2024-25 में 20 फरवरी तक राज्य की चीनी मिलों ने 70.92 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के 85.37 लाख टन की तुलना में 17 फीसदी कम है।

बीस फरवरी तक राज्य की 38 चीनी मिलों ने अपना परिचालन बंद कर दिया है। इनमें सबसे ज्यादा सोलापुर की 25 मिलें, नांदेड़ में पांच चीनी मिलें, कोल्हापुर में चार मिलें तथा पुणे की तीन चीनी मिलों के अलावा अहिल्यानगर क्षेत्र की एक चीनी मिल शामिल हैं। मालूम हो कि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के दौरान राज्य की केवल 11 चीनी मिलों ने ही पेराई बंद की थी। इस समय राज्य की 162 चीनी मिलें गन्ने की पेराई कर रही हैं।

राज्य की चीनी मिलों ने 20 फरवरी तक 763.53 लाख टन गन्ने की पेराई की है, जबकि पिछले सत्र की समान अवधि के दौरान 861.91 लाख टन गन्ने की पेराई की गई थी। चालू पेराई सीजन में राज्य की औसत चीनी रिकवरी की दर 9.29 फीसदी है, जोकि पिछले सत्र की इसी अवधि की 9.9 फीसदी की तुलना में कम है।

जानकारों के अनुसार चालू सीजन में गन्ने की कम पैदावार और मिलें की बढ़ी हुई पेराई क्षमता के कारण मिलों ने इस इस सीजन में जल्दी पेराई सत्र बंद कर दिया है। चालू गन्ना पेराई सत्र शुरू होने में देरी के साथ ही गन्ने से इथेनॉल उत्पादन में अधिक योगदान के साथ ही गन्ने की पैदावार में कमी आने के कारण राज्य में चीनी का उत्पादन पिछले पेराई सीजन में तुलना में कम होने की आशंका है।

कोई टिप्पणी नहीं: