नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2024 से शुरू हुए चालू चीनी पेराई सीजन 2024-25 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान महाराष्ट्र में चीनी मिलें बंद होनी शुरू हो गई है, तथा चीनी के उत्पादन में भी 16.08 फीसदी की कमी आई है।
राज्य के चीनी आयुक्तालय की रिपोर्ट के अनुसार, चालू चीनी पेराई सीजन 2024-25 में 14 मिलों ने 5 फरवरी तक अपना परिचालन बंद कर दिया है, जोकि पिछले सीजन की समान अवधि की तुलना में सात मिलें अधिक है। इनमें मुख्य रूप से सोलापुर क्षेत्र की 12 चीनी मिलें है जबकि नांदेड़ क्षेत्र की 2 चीनी मिलें इसमें शामिल हैं।
महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन 2024-25 के दौरान अभी चीनी का उत्पादन केवल 60.21 लाख का ही हुआ है, जोकि पिछले सीजन की समान अवधि के 71.75 लाख टन की तुलना में 16.08 फीसदी कम है।
इस समय राज्य की 186 मिलों में गन्ने की पेराई चल रही है, जबकि 14 मिलों ने पेराई सत्र समाप्त कर दिया है। 5 फरवरी तक राज्य भर की मिलों ने 660.41 लाख टन गन्ने की पेराई की है, जोकि पिछले सीजन की समान अवधि के 741.13 लाख टन पेराई की तुलना में कम है।
राज्य की चालू पेराई सीजन में चीनी की रिकवरी की दर 9.12 फीसदी की बैठी है, जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के दौरान हासिल की गई 9.68 फीसदी की रिकवरी की दर से कम है।
जानकारों के अनुसार, गन्ने की कम पैदावार और पेराई क्षमता में वृद्धि के कारण मिलों ने इस सीजन में पहले ही पेराई का काम बंद कर दिया है। पेराई सत्र की शुरुआत में देरी, इथेनॉल उत्पादन की और चीनी का रुख और गन्ने की पैदावार में कमी के कारण राज्य में चीनी का उत्पादन भी पिछले सीजन की तुलना में कम हुआ है।
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