नई दिल्ली। जनवरी 2025 में खाद्वय एवं अखाद्य तेलों का आयात 13 फीसदी घटकर 1,049,165 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले साल जनवरी में इनका आयात 1,200,835 टन का हुआ था। जनवरी 2025 के दौरान खाद्वय तेलों का आयात 1,007,551 टन का एवं अखाद्य तेलों का आयात 41,614 टन का हुआ है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार चालू तेल वर्ष 2024-25 के पहली तिमाही नवंबर-24 से जनवरी-25 के दौरान देश में खाद्वय एवं अखाद्य तेलों का आयात 6 फीसदी बढ़कर 3,908,233 टन का हुआ है, जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 3,673,111 टन का हुआ था।
देश में जनवरी 2025 में पाम तेल का आयात पिछले 13 वर्षों में सबसे कम केवल 2.75 लाख टन का ही हुआ है, जबकि पिछले जनवरी 2024 की समान अवधि में 7.80 लाख टन का आयात हुआ था। भारत में पाम तेल की बाजार हिस्सेदारी कम हो रही है और इसकी मांग धीमी पड़ रही है तथा इसके बदले सोया तेल का आयात बढ़ रहा है।
आयातकों द्वारा सोया तेल की ओर रुख करने के कारण मलेशियाई पाम तेल के आयात में गिरावट आई है। हाल के महीनों में सोया तेल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई थी, जिस कारण सस्ते सोया तेल के आयात को बढ़ावा मिला है। नवंबर 2024 से जनवरी 2025 के दौरान सोया तेल का आयात पिछले साल की समान अवधि नवंबर 2023 से जनवरी 2024 की पहली तिमाही के 4.91 लाख टन की तुलना में बढ़कर 12.7 लाख टन का हो गया। पिछले एक महीने में पाम ऑयल की कीमत में 80 से 100 अमेरिकी डॉलर की गिरावट आई है, लेकिन अभी भी सोया तेल की कीमत पाम तेल की तुलना में अधिक है।
दूसरा प्रमुख कारण नेपाल से भारत में सस्ते रिफाइंड सोया तेल और पाम तेल की भारी आवक होने से घरेलू रिफाइनर, किसानों को नुकसान पहुंचा रही है और सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। 15 अक्टूबर, 2024 से 15 जनवरी, 2025 (3 महीने) के दौरान, नेपाल ने लगभग 2.0 लाख टन खाद्य तेल मुख्य रूप से क्रूड सोया तेल और सूरजमुखी तेल का आयात हुआ है।
एसईए के अनुसार नवंबर 2024 से जनवरी 2025 के दौरान 667,412 टन की तुलना में 480,292 टन रिफाइंड तेल (आरबीडी पामोलीन) का आयात किया गया तथा जबकि नवंबर 2023 से जनवरी 2024 के दौरान 2,980,287 टन की तुलना में 3,303,222 टन क्रूड तेल का आयात किया गया। जनवरी 2025 में आरबीडी पामोलीन के कम आयात के कारण रिफाइंड तेल का अनुपात 18 फीसदी से घटकर 13 फीसदी का रह गया, जबकि क्रूड पाम तेल का अनुपात 82 फीसदी से बढ़कर 87 फीसदी का हो गया।
दिसंबर के मुकाबले जनवरी में आयातित खाद्वय तेलों की कीमतों में गिरावट रुख रहा। जनवरी में भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पामोलिन का भाव घटकर 1,126 डॉलर प्रति टन रह गया, जबकि दिसंबर में इसका दाम 1,236 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रूड पाम तेल का दाम जनवरी में घटकर 1,170 डॉलर प्रति टन का रह गया, जबकि दिसंबर में इसका भाव 1,270 डॉलर प्रति टन था। क्रूड सोयाबीन तेल का भाव जनवरी में घटकर भारतीय बंदरगाह पर 1,113 डॉलर प्रति टन का रह गया, जबकि दिसंबर में इसका भाव 1,123 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रूड सनफ्लावर तेल का भाव भारतीय बंदरगाह पर दिसंबर के 1,206 डॉलर से घटकर जनवरी में 1,182 डॉलर प्रति टन का रह गया।
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