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19 मार्च 2024

तेल मिलों की खरीद कमजोर बनी रहने से सरसों मंदी, दैनिक आवकों में बढ़ोतरी

नई दिल्ली। तेल मिलों की खरीद कमजोर बनी रहने से घरेलू बाजार में सोमवार को लगातार दूसरे कार्यदिवस में सरसों मंदी हो गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव में 100 रुपये की गिरावट आकर दाम 5,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 15.50 लाख बोरियों की हुई।


विश्व बाजार में आज खाद्वय तेलों की कीमतों में मिलाजुला रुख रहा। मलेशियाई पाम तेल की कीमतों में शाम के सत्र में सुधार आया, लेकिन शिकागो में सोया तेल के भाव कमजोर हो गए।   जानकारों के अनुसार मलेशियाई में उम्मीद के उल्ट पाम उत्पादों के उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है, साथ ही अनुमान से कम निर्यात हुआ है, जिस कारण इसकी कीमतों में नरमी आ सकती है। घरेलू बाजार में ग्राहकी कमजोर होने से सरसों तेल की कीमतों में लगातार दूसरे कार्यदिवस में गिरावट आई है। इस दौरान सरसों खल के भाव भी कमजोर हुए।

उत्पादक मंडियों में सोमवार को भी सरसों की दैनिक आवकों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। वैसे भी उत्पादक राज्यों में मौसम साफ है, इसलिए सरसों की दैनिक आवकों का दबाव अभी बना रहेगा। चालू रबी में सरसों का उत्पादन अनुमान ज्यादा है तथा किसान माल नहीं रोक रहे हैं। दैनिक आवकों का देखते हुए तेल मिलें भी केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही हैं। हालांकि खपत का सीजन होने के कारण सरसों तेल में मांग अभी बनी रहेगी, लेकिन इसकी कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्वय तेलों के दाम पर ही निर्भर करेगी।

मलेशियाई पाम तेल वायदा सोमवार को बढ़कर बंद हुआ, हालांकि विश्व बाजार में इस दौरान खाद्वय तेलों में मिलाजुला रुख रहा। उम्मीद से कम निर्यात के साथ ही कुछ क्षेत्रों में उत्पादन बढ़ने से इसके भाव में सीमित तेजी आई।

बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स (बीएमडी) एक्सचेंज पर जून डिलीवरी पाम तेल वायदा अनुबंध में 0.47 फीसदी की बढ़ोतरी होकर भाव 4,240 रिंगिट प्रति टन हो गए। डालियान के पाम तेल वायदा अनुबंध में 0.22 फीसदी की गिरावट आई। इसका सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 0.49 फीसदी बढ़ गया। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोया तेल की कीमतें लगभग तीन महीनों के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद 0.24 फीसदी तक कमजोर हो गई।

जानकारों के अनुसार शिकागो में सोया तेल और डालियान के पाम तेल अनुबंध में सुबह के सत्र में तेजी आई थी, लेकिन दक्षिणी प्रायद्वीपीय पाम ऑयल मिलर्स एसोसिएशन (एसपीपीओएमए) के उच्च उत्पादन आंकड़े के बाद भाव कमजोर हो गए।

एसपीपीओएमए के अनुमान के अनुसार 1-15 मार्च में अनुमानित उत्पादन पिछले महीने की समान अवधि की तुलना में 38.8 फीसदी बढ़ गया।

उधर एस्पेक एग्री मलेशिया के अनुसार 1-15 मार्च के दौरान मलेशियाई पाम तेल उत्पादों का निर्यात पिछले महीने की समान अवधि की तुलना में 8.4 फीसदी बढ़ गया, जबकि कार्गो सर्वेक्षक इंटरटेक टेस्टिंग सर्विसेज ने इसी अवधि में 3.3 फीसदी की वृद्धि का अनुमान जारी किया था। व्यापारियों के अनुसार निर्यात का अनुमान उम्मीद की तुलना में कम है।

जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में सोमवार को लगातार दूसरे कार्यदिवस में कमजोर हुई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 17 रुपये कमजोर होकर दाम 1,045 रुपये प्रति 10 किलो रह गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी 17 घटकर भाव 1,035 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। जयपुर में सोमवार को सरसों खल की कीमतें 25 रुपये कमजोर होकर दाम 2,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 15.50 लाख बोरियों की हुई, जबकि पिछले कारोबारी दिवस में आवक 14.50 लाख बोरियों की ही हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में नई सरसों की आठ लाख बोरी, जबकि मध्य प्रदेश की मंडियों में दो लाख बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में दो लाख बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 90 हजार बोरी तथा गुजरात में 65 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 1.95 लाख बोरियों की आवक हुई।

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