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22 मार्च 2024

स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर होने से गुजरात साथ ही उत्तर भारत में कॉटन मंदी

नई दिल्ली। स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर बनी रहने के कारण बुधवार को गुजरात के साथ ही उत्तर भारत के राज्यों में कॉटन की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।


गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव 300 रुपये कमजोर होकर दाम 60,600 से 61,200 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो रह गए।

पंजाब में रुई के हाजिर डिलीवरी के भाव 50 रुपये कमजोर होकर 6000 से 6050 रुपये प्रति मन बोले गए। हरियाणा में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 50 रुपये घटकर 5950 से 6050 रुपये प्रति मन बोले गए। ऊपरी राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 100 रुपये घटकर 5500 से 6150 रुपये प्रति मन बोले गए। खैरथल लाइन में कॉटन के दाम 200 रुपये घटकर 59,700 से 59,800 रुपये कैंडी, एक कैंडी-356 किलो बोले गए। देशभर की मंडियों में कपास की आवक 82,800 गांठ, एक गांठ-170 किलो की हुई।

घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स के साथ ही एनसीडीएक्स पर आज शाम को कॉटन की कीमतों में शाम को गिरावट का रुख रहा। आईसीई के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में कॉटन के दाम शाम के सत्र में गिरावट दर्ज की गई।

स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर होने से गुजरात के साथ ही उत्तर भारत के राज्यों में कॉटन की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार विश्व बाजार में कॉटन की कीमतों में लगातार दूसरे दिन मंदा आया है, जिस कारण घरेलू बाजार में स्पिनिंग मिलों की मांग घट गई। उद्योग के कॉटन के उत्पादन अनुमान में भी बढ़ोतरी की है।

मार्च क्लोजिंग के साथ ही त्योहारी सीजन होने के कारण चालू महीने में मिलों की खरीद सीमित बनी रहने की उम्मीद है लेकिन अप्रैल में मिलों को कॉटन की खरीद करनी होगी। उधर कपास की दैनिक आवकों में आगामी दिनों में और कमी आयगी। देशभर की छोटी स्पिनिंग मिलों के पास कॉटन का बकाया स्टॉक भी कम है। ऐसे में अप्रैल में कॉटन के दाम तेज ही होने की उम्मीद है।

सूत्रों के अनुसार पहली अक्टूबर 2023 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2023-24 में 11 मार्च 2024 तक देशभर की मंडियों में 230.53 लाख गांठ, एक गांठ 170 किलो कपास की आवक हो चुकी है।  

पहली अक्टूबर 2023 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2023-24 (अक्टूबर-सितंबर) में 7 मार्च तक कॉटन कारपोरेशन आफ इंडिया, सीसीआई ने 32.81 लाख गांठ, एक गांठ 170 किलो कॉटन की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की है, जिसमें से 1.91 लाख गांठ की बिक्री कर दी है। अत: निगम के पास 7 मार्च को फसल सीजन 2023-24 का 30.91 लाख गांठ का स्टॉक है।

उद्योग ने पहली अक्टूबर 2023 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2023-24 में कॉटन के उत्पादन अनुमान में 15.60 लाख गांठ की बढ़ोतरी कर कुल 309.70 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान जारी किया है। इससे पहले के अनुमान में 294.10 लाख गांठ कॉटन का उत्पादन होने का अनुमान था। फसल सीजन 2022-23 में देशभर में 318.90 लाख गांठ कॉटन का उत्पादन हुआ था।

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