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11 मार्च 2024

मिलों की खरीद बढ़ने से गुजरात के साथ उत्तर भारत में दूसरे दिन कॉटन तेज

नई दिल्ली। स्पिनिंग मिलों की मांग बनी रहने के कारण गुरुवार को लगातार दूसरे दिन गुजरात के साथ ही उत्तर भारत के राज्यों में कॉटन की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।


गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव 250 रुपये बढ़कर 61,000 से 61,500 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो हो गए।

पंजाब में रुई के हाजिर डिलीवरी के भाव 50 रुपये तेज होकर 6050 से 6100 रुपये प्रति मन बोले गए। हरियाणा में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 75 तेज होकर 5975 से 6075 रुपये प्रति मन बोले गए। ऊपरी राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 25 बढ़कर 5700 से 6225 रुपये प्रति मन बोले गए। खैरथल लाइन में कॉटन के दाम तेज होकर 59,500 से 59,700 रुपये कैंडी, एक कैंडी-356 किलो बोले गए। देशभर की मंडियों में कपास की आवक 88,200 गांठ, एक गांठ-170 किलो की हुई।

घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स के साथ ही एनसीडीएक्स पर आज शाम को कॉटन की कीमतों में शाम को मिलाजुला रुख रहा। आईसीई के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में कॉटन के दाम शाम के सत्र में तेज हुए।

स्पिनिंग मिलों की मांग बढ़ने से गुजरात के साथ ही उत्तर भारत के राज्यों में कॉटन के दाम दूसरे दिन भी तेज हुए। व्यापारियों के अनुसार विश्व बाजार में हाल ही में कॉटन की कीमतें तेज हुई है, जिस कारण घरेलू बाजार से कॉटन के निर्यात सौदों में बढ़ोतरी होगी। वैसे भी विश्व बाजार में भारतीय रुई सबसे सस्ती है। खपत का सीजन होने के कारण यार्न की स्थानीय मांग आगामी दिनों में और बढ़ेगी, जबकि देशभर की छोटी स्पिनिंग मिलों के पास कॉटन का बकाया स्टॉक कम है। उत्पादक मंडियों में कपास की दैनिक आवकों में कमी आई है, तथा आगामी दिनों में आवक और कम होंगी। इसलिए हाजिर बाजार में कॉटन की कीमतों में आगे और भी सुधार आने का अनुमान है।

हालांकि उत्पादक राज्यों में सीसीआई लगातार कॉटन बेच रही है, लेकिन सीसीआई के बिक्री भाव उंचे है, जिस कारण हाजिर बाजार में इसके दाम तेज होंगे।

व्यापारियों के अनुसार पहली अक्टूबर 2023 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2023-24 में अभी तक देशभर की मंडियों में 219.39 लाख गांठ, एक गांठ 170 किलो कपास की आवक हो चुकी है।  

कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सीएआई ने फसल सीजन 2023-24 के दौरान अपने कपास उत्पादन अनुमान को 294.10 लाख के पूर्व स्तर पर बरकरार रखा है। मालूम हो कि फसल सीजन 2022-23 के दौरान देशभर में 318.90 लाख गांठ कॉटन का उत्पादन हुआ था।

केंद्रीय कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2023-24 के दौरान देश में कपास का उत्पादन 323.11 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो होने का अनुमान है।

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