नई दिल्ली। हरियाणा के गेहूं किसानों पर पहले मौसम की मार पड़ी, अब केंद्रीय एजेंसियां लस्टर लॉस एवं सिकुड़े तथा टूटे हुए गेहूं की खरीद कट लगाकर करेंगी। इससे जहां गेहूं किसानों को कम भाव मिलेगा, वहीं आढ़तियों को भी परेशानी आयेगी।
हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अशोक गुप्ता के अनुसार गेहूं की खरीद के लिए लस्टर लॉस, सिकुड़े हुए तथा टूटे दाने के वैल्यू कट के बारे में भारत सरकार के खाद्य मंत्रालय की ओर से आज एक पत्र क्रमांक F-7-3/2023-S & 1 dt 10/04/2023 जारी किया गया है।
इस पत्र के अनुसार पूर्ण साफ एवं सूखे हुए गेहूं की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी 2,125 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जायेगी। इसके अलावा 6 से 8 फीसदी नमी एवं टूटे गेंहू पर कटौती 5.31 रुपये प्रति क्विंटल की जायेगी, तथा 8 से 10 फीसदी पर कटौती 10.62 रुपये के हिसाब से की जायेगी। इसके अलावा 10-12 फीसदी पर कटौती 15.92 रुपये, और 12-14 फीसदी पर कटौती 21.25 रुपये, तथा 14-16 फीसदी पर कटौती 26.56 रुपये के हिसाब से की जायेगी। इसके अलावा चमक के आधार पर 5.31 रुपये प्रति क्विंटल की दर से कटौती की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मौसम की मार से पहले ही परेशान किसान की गेहूं पर यह वैलू कट लगाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं तथा हरियाणा के सभी आढ़ती इसका पूर्ण विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार से हमारी मांग है कि यह सब कट किसान के हित को देखते हुए सरकार स्वयं वहन करें और किसान को उसकी फसल का पूरा पैसा दे।
हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अशोक गुप्ता के अनुसार गेहूं की खरीद के लिए लस्टर लॉस, सिकुड़े हुए तथा टूटे दाने के वैल्यू कट के बारे में भारत सरकार के खाद्य मंत्रालय की ओर से आज एक पत्र क्रमांक F-7-3/2023-S & 1 dt 10/04/2023 जारी किया गया है।
इस पत्र के अनुसार पूर्ण साफ एवं सूखे हुए गेहूं की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी 2,125 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जायेगी। इसके अलावा 6 से 8 फीसदी नमी एवं टूटे गेंहू पर कटौती 5.31 रुपये प्रति क्विंटल की जायेगी, तथा 8 से 10 फीसदी पर कटौती 10.62 रुपये के हिसाब से की जायेगी। इसके अलावा 10-12 फीसदी पर कटौती 15.92 रुपये, और 12-14 फीसदी पर कटौती 21.25 रुपये, तथा 14-16 फीसदी पर कटौती 26.56 रुपये के हिसाब से की जायेगी। इसके अलावा चमक के आधार पर 5.31 रुपये प्रति क्विंटल की दर से कटौती की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मौसम की मार से पहले ही परेशान किसान की गेहूं पर यह वैलू कट लगाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं तथा हरियाणा के सभी आढ़ती इसका पूर्ण विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार से हमारी मांग है कि यह सब कट किसान के हित को देखते हुए सरकार स्वयं वहन करें और किसान को उसकी फसल का पूरा पैसा दे।
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