नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2022 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2022-23 के पहले छह महीनों पहली अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 तक चीनी का उत्पादन 3.22 फीसदी कम होकर 299.9 लाख टन का ही हुआ है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में इसका उत्पादन 309.9 लाख टन का हो चुका था।
चीनी उद्योग के शीर्ष संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन, इस्मा के अनुसार उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में मार्च 2023 तक 89 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 87.5 लाख टन से थोड़ा ज्यादा है।
महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 13.88 लाख टन घटकर मार्च 2023 तक 104.92 लाख टन का ही हुआ है, जबकि पिछले पेराई सीजन में इस समय तक राज्य में 118.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था।
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में मार्च 2023 तक चीनी का उत्पादन घटकर 55.2 लाख टन का ही हुआ है जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के 57.2 लाख टन से कम है।
देश के अन्य राज्यों में चालू पेराई सीजन में मार्च 2023 तक चीनी का उत्पादन बढ़कर 51.2 लाख टन का हो चुका है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में इन राज्यों में केवल 46.4 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
जनवरी में इस्मा ने विपणन सीजन 2022-23 में चीनी के उत्पादन अनुमान को 365 लाख टन से घटाकर 340 लाख टन कर दिया था जबकि विपणन सीजन 2021-22 में देश में चीनी का उत्पादन 358 लाख टन का हुआ था।
इस्मा के अनुसार 31 मार्च, 2023 तक देशभर में 194 चीनी मिलों में पेराई चल रही हैं, जबकि 338 मिलों में पेराई बंद हो चुकी थी। पिछले साल की समान अवधि में 366 मिलों में पेराई चल रही थी। महाराष्ट्र में पिछले साल इस समय तक 167 मिलों में पेराई चल रही थी जोकि इस साल 18 मिलें पेराई कर रही हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में पिछले साल की 88 चीनी मिलों के मुकाबले इस साल 97 मिलें पेराई कर रही हैं।
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