नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2022 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन 2022-23 के पहले साढ़े छह महीनों पहली अक्टूबर 2022 से 15 अप्रैल 2023 तक चीनी का उत्पादन 5.38 फीसदी कम होकर 310 लाख टन का ही हुआ है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में इसका उत्पादन 328.7 लाख टन का हो चुका था।
चीनी उद्योग के शीर्ष संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन, इस्मा के अनुसार उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 15 अप्रैल 2023 तक 96.6 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 94.4 लाख टन से थोड़ा ज्यादा है।
महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 16.99 फीसदी घटकर 15 अप्रैल 2023 तक 105 लाख टन का ही हुआ है, जबकि पिछले पेराई सीजन में इस समय तक राज्य में 126.5 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था।
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में 15 अप्रैल 2023 तक चीनी का उत्पादन घटकर 55.3 लाख टन का ही हुआ है जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के 58 लाख टन से कम है।
देश के अन्य राज्यों में चालू पेराई सीजन में 15 अप्रैल 2023 तक चीनी का उत्पादन बढ़कर 54.1 लाख टन का हो चुका है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में इन राज्यों में केवल 49.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
जनवरी में इस्मा ने विपणन सीजन 2022-23 में चीनी के उत्पादन अनुमान को 365 लाख टन से घटाकर 340 लाख टन कर दिया था जबकि विपणन सीजन 2021-22 में देश में चीनी का उत्पादन 358 लाख टन का हुआ था।
इस्मा के अनुसार 15 अप्रैल, 2023 तक देशभर में 132 चीनी मिलों में पेराई चल रही हैं, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 305 मिलों में पेराई चल रही थी। महाराष्ट्र में पिछले साल इस समय तक 153 मिलों में पेराई चल रही थी जोकि इस समय सभी मिलों में पेराई बंद हो चुकी हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में पिछले साल की 68 चीनी मिलों के मुकाबले इस साल 77 मिलें पेराई अभी भी कर रही हैं।
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