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17 अप्रैल 2023

चालू तेल वर्ष के पांच महीनों में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 22 फीसदी बढ़ा - एसईए

नई दिल्ली। चालू तेल वर्ष 2022-23 (नवंबर-22 से अक्टूबर-23) के पांच महीनों नवंबर एवं मार्च में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात इसके पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 22 फीसदी बढ़कर 7,060,193 टन का हुआ है। जबकि पिछले साल नवंबर से फरवरी के दौरान इनका आयात 5,795,728 टन का हुआ था।


सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार चालू तेल वर्ष 2022-23 के मार्च महीने में देश में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 6 फीसदी बढ़कर 1,172,293 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल मार्च-22 में इनका आयात 1,104,570 टन का हुआ था।

एसईए के अनुसार मार्च 2023 में देश में फरवरी 2023 की तुलना में वनस्पति तेलों का आयात 8 फीसदी बढ़ गया। इस दौरान पाम तेल का आयात 5.86 लाख टन से 24 फीसदी बढ़कर 7.28 लाख टन को हो गया। हालांकि सोयाबीन तेल का आयात 27 फीसदी घटकर 3.56 लाख टन की तुलना में 2.59 लाख टन का रह गया। सूरजमुखी तेल का आयात इस दौरान पांच फीसदी कम होकर 1.57 लाख टन के मुकाबले 1.48 लाख टन का ही हुआ।

चालू तेल वर्ष के पहले पांच महीनों में आरबीडी पामोलिन का आयात बढ़कर 9.89 लाख टन का हो गया, जो कुल पाम तेल के आयात का लगभग 22 फीसदी है। अत: आरबीडी पामोलिन का आयात बढ़ने से घरेलू रिफाइनिंग उद्योग को नुकसान हो रहा है। इसलिए आरबीडी पामोलिन पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क के साथ ही 7.5 फीसदी अतिरिक्त कृषि उपकर लगाकर सीपीओ और रिफाइंड पामोलिन/पाम ऑयल के बीच शुल्क अंतर को मौजूदा 7.5 फीसदी से बढ़ाकर कम से कम 15 फीसदी करने की जरूरत है।

फरवरी के मुकाबले मार्च में आरबीडी एवं क्रूड पाम तेल की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। मार्च में भारतीय बंदरगाह पर आरबीडी पामोलिन का भाव तेज होकर 1,006 डॉलर प्रति टन हो गया, जबकि फरवरी में इसका भाव 1,002 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से क्रूड पाम तेल का भाव मार्च में बढ़कर 1,024 डॉलर प्रति टन हो गया, जबकि फरवरी में इसका भाव 1,015 डॉलर प्रति टन था। हालांकि क्रूड सोयाबीन तेल का भाव फरवरी के 1,274 डॉलर से घटकर मार्च में भारतीय बंदरगाह पर 1,155 डॉलर प्रति टन रह गया। क्रूड सनफ्लावर तेल का भाव फरवरी के 1,224 डॉलर प्रति टन से घटकर मार्च में 1,108 डॉलर प्रति टन रह गया। 

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