17 फ़रवरी 2014
जिंस एक्सचेंजों को अलग शुल्क लगाने की अनुमति
जिंस बाजार नियामक, वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) ने राष्ट्रीय स्तर के जिंस एक्सचेंजों को बाजारों को डिलिवरी और गैर-डिलिवरी आधारित जिंस अनुबंधों के लिए अलग-अलग कारोबार शुल्क लगाने की अनुमति दे दी। वर्ष 2009 से इन जिंस एक्सचेंजों को जिंस अथवा समयसीमा पर आधारित अलग-अलग कारोबार शुल्क लगाने से रोक दिया गया था। छह राष्ट्रीय स्तर के जिंस एक्सचेंजों को जारी दिशानिर्देशों में वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) ने कहा, 'पूर्व के निर्देशों को खत्म करते हुए, आयोग ने अब फैसला किया है कि जिंस एक्सचेंज अलग-अलग जिंसों के लिए अलग अलग कारोबार शुल्क लगा सकती हैं।' इसमें कहा गया है कि यह कदम बाजार को अधिक सक्षम बनाएगा और बाजार कारोबारियों को कम लागत का लाभ उठाने का अवसर देगा।
एमसीएक्स, एनसीडीईएक्स, एनएमसीई, आईसीईएक्स, एसीई और यूसीएक्स जैसे राष्ट्रीय एक्सचेंज को इस दिशानिर्देश को अपनाने का निर्देश दिया गया है और 20 फरवरी तक अनुपालन रिपोर्ट जमा कराने को कहा गया। एफएमसी का मानना है कि अलग-अलग कारोबार शुल्क ढांचे को लागू करने का औचित्य यह है कि डिलिवरी आधारित अनुबंधों की पेशकश लागत, गैर-डिलिवरी आधारित अनुबंधों की पेशकश की लागत से कहीं अधिक है। इसमें कहा गया है कि अधिक सक्षमता और कम कारोबार लागत को लाते हुए बाजार में प्रतिस्पर्धा को प्रोत्साहित करने की भी आवश्यकता है। विश्लेषकों ने कहा कि रोजमर्रा के मामले में जिंस एक्सचेंजों को अधिक स्वतंत्रता प्रदान करने की दिशा में एफएमसी द्वारा उठाया गया यह एक बेहतर कदम है। (BS Hindi)
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