25 जनवरी 2014
एमसीएक्स बना रहेगा प्रतिभूति बाजार में
एमसीएक्स के शेयरधारकों ने प्रतिभूति बाजार से हटने का प्रस्ताव खारिज कर दिया है। देश के इस सबसे बड़े जिंस वायदा एक्सचेंज की एमसीएक्स-एसएक्स में 5 फीसदी हिस्सेदारी है। एमसीएक्स-एसएक्स में जिग्नेश शाह प्रवर्तित फाइनैंशियल टेक्नोलॉजिस (एफटीआईएल) का भी 5 फीसदी हिस्सा है। एमसीएक्स ने मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (एमओए) के मुख्य उद्देश्यों में से 'सिक्योरिटी' और 'रेडी' शब्दों को हटाकर इसमें संशोधन का प्रस्ताव रखा था।
इन उद्देश्यों में कहा गया है कि एक्सचेंज किन क्षेत्रों में काम कर सकता है। 68.5 फीसदी शेयरधारकों ने इस कदम के खिलाफ मत दिया। एमसीएक्स ने मत पेटियों के नतीजों की घोषणा बीएसई को दी सूचना में की है। इसका मतलब है कि एमसीएक्स स्टॉक एक्सचेंज के कारोबार में बना रह सकता है, जो प्रतिभूतियों से संबंधित है। एमसीएक्स के पास स्टॉक एक्सचेंज में अपनी हिस्सेदारी के बदले मिले वारंट भी हैं, जिन्हें एक्सचेंज ने हिस्सेदारी घटाने की नियामकीय शर्तों को पूरा करने के लिए कम कर दिया है। (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें