21 जनवरी 2014
केस्टर सीड में तेजी की संभावना
केस्टर तेल में निर्यातकों की मांग बढऩे से सीड की कीमतों में तेजी की संभावना है। चालू वर्ष में केस्टर तेल का कुल निर्यात लगभग 10 से 12% बढऩे का अनुमान है जबकि मार्च महीने में आने वाली केस्टर सीड की नई फसल की पैदावार में 20 से 25% की कमी आने की आशंका है।
एस सी केमिकल के प्रबंधक कुशल राज पारिख ने बताया कि केस्टर तेल में निर्यात मांग पहले की तुलना में बढ़ी है। हालांकि स्टॉकिस्टों की सक्रियता के कारण चालू महीने में केस्टर सीड की कीमतों में गिरावट आई है लेकिन आगामी महीनों में केस्टर तेल के निर्यात सौदों में तेजी आने की उम्मीद है।
ऐसे में केस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में 10 से 15 फीसदी की तेजी आने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम बढऩे से निर्यातकों को अच्छा मार्जिन मिल रहा है, केस्टर तेल के निर्यात सौदे 1,400-1,450 डॉलर प्रति टन की दर से हो रहे हैं।
वित्त वर्ष 2012-13 में केस्टर तेल का कुल निर्यात 4.30 लाख टन का हुआ था जबकि चालू वित्त वर्ष में कुल निर्यात बढ़कर करीब 5 लाख टन होने का अनुमान है।
जयंत एग्रो ऑर्गेनिक के कार्यकारी निदेशक वामन भाई ने बताया कि केस्टर सीड की नई फसल की आवक मार्च महीने में बनेगी तथा नई फसल की पैदावार करीब 20-25 फीसदी कम होने की आशंका है। पिछले साल केस्टर सीड की पैदावार 16 लाख टन हुई थी जबकि चालू सीजन में घटकर करीब 12 लाख टन ही होने का अनुमान है।
इसीलिए स्टॉकिस्टों ने केस्टर सीड की बिकवाली भी पहले की तुलना में कम कर दी है, जिससे कीमतों में तेजी को बल मिल रहा है। उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड का दाम 4,200-4,250 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। केस्टर तेल की कीमतें 885 रुपये प्रति 10 किलो हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले आठ महीनों में केस्टर तेल के निर्यात में मूल्य के हिसाब 2.52 फीसदी की तेजी आई है। (Business Bhaskar)
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