08 जनवरी 2014
नेचुरल रबर में करें निवेश
आर एस राणा : नई दिल्ली... | Jan 07, 2014, 09:58AM I
"153.20 प्रति किलो था पांच दिसंबर 2013 को नेचुरल रबर का भाव
"165.50 प्रति किलो हो गया 31 दिसंबर 2013 को इसका भाव
केंद्र सरकार द्वारा नेचुरल रबर के आयात शुल्क में बढ़ोतरी किए जाने से आयात पड़ता महंगा हो जायेगा। जनवरी मध्य के बाद नेचुरल रबर के उत्पादन का पीक सीजन भी समाप्त हो जायेगा। ऐसे में घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में सुधार आने की संभावना है।
एनएमसीई में जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में नेचुरल रबर की कीमतों में महीने भर में करीब 8 फीसदी की तेजी आई थी लेकिन मुनाफावसूली से पिछले तीन दिनों में हल्की गिरावट जरूर आई है।
आगामी महीनों में नेचुरल रबर में खपत कंपनियों की मांग भी बढऩे का अनुमान है। इसलिए वायदा बाजार में निवेशक नीचे दाम पर खरीददारी करके नेचुरल रबर में मुनाफा कमा सकते हैं।
एनएमसीई पर जनवरी वायदा अनुबंध में नेचुरल रबर का भाव ५ दिसंबर को त्र153.20 प्रति किलो था जो 31 दिसंबर को भाव बढ़कर 165.50 रुपये प्रति किलो हो गया। हालांकि ऊंचे भाव में निवेशकों की मुनाफावसूली आने से शुक्रवार को भाव 158.45 रुपये प्रति किलो पर बंद हुए।
एग्री विश्लेषक अभय लाखवान ने बताया कि केंद्र सरकार नेचुरल रबर के आयात पर शुल्क में 10 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है जिससे आयात में कमी आने की आशंका है। नेचुरल रबर के घरेलू उत्पादन का पीक सीजन भी समाप्त हो रहा है। इसलिए घरेलू बाजार में मौजूदा कीमतों में तेजी की ही संभावना है।
साउथ मार्केटिंग कार्पोरेशन के प्रबंधक अशोक खुराना ने बताया कि घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की घटती कीमतों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने आयात शुल्क को बढ़ाकर 30 रुपये प्रति किलो और 20 फीसदी जो भी न्यूनतम हो कर दिया है। जबकि अभी तक नेचुरल रबर के आयात पर 20 रुपये प्रति किलो और 20 फीसदी जो भी न्यूनतम हो शुल्क लग रहा था।
उधर अंतरराष्ट्रीय बाजार में नेचुरल रबर के दाम घरेलू बाजार के लगभग बराबर ही है। फरवरी महीने से नेचुरल रबर का पीक सीजन भी समाप्त हो रहा है। वैसे भी टायर उद्योग की मांग आगामी महीनों में बढऩे का अनुमान है। इसलिए घरेलू बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में और भी तेजी आने की संभावना है।
रबर बोर्ड के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले आठ महीनों (अप्रैल से नवंबर) के दौरान नेचुरल रबर का आयात बढ़कर 53 फीसदी बढ़कर 2,37,723 टन का हुआ है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका आयात 1,55,075 टन का ही हुआ था। नवंबर महीने में नेचुरल रबर का उत्पादन घटकर 91,000 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल नवंबर महीने में 98,000 टन का उत्पादन हुआ था। (Business Bhaskar....R S Rana)
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