25 जनवरी 2014
विदेश में तेजी आने से घरेलू बाजार में भी महंगी हुई कपास
आर एस राणा : नई दिल्ली... | Jan 24, 2014, 01:03AM IST
पैदावार : मौजूदा वर्ष में कपास उत्पादन 353 लाख गांठ होने का अनुमान
विदेश में कपास 5 सेंट बढ़कर 89 सेंट प्रति पाउंड हो गई
निर्यात फायदेमंद होने से निर्यातकों की मांग सुधरी
मिलों ने भी कपास की खरीद तेज कर दी
भाव बढ़कर 43500 रुपये प्रति कैंडी
मजबूत मांग से भाव में आगे भी तेजी की संभावना
निर्यातकों के साथ घरेलू मिलों की मांग बढऩे से कपास की कीमतों में और भी तेजी की संभावना है। चालू महीने में उत्पादक मंडियों में कपास की कीमतों में करीब 3,000 रुपये से ज्यादा की तेजी आकर गुरुवार को भाव 43,000 से 43,500 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) हो गए।
अक्टूबर से शुरू हुए नए फसल सीजन में अभी तक करीब 45 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास की शिपमेंट हो चुकी है।
कॉटन कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (सीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि कपास में चीन, पाकिस्तान, टर्की और बांग्लादेश के आयातकों की अच्छी मांग बनी हुई है जबकि उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक पहले की तुलना में घटी है।
चालू फसल सीजन 2013-14 (अक्टूबर से सितंबर) में अभी तक करीब 60 लाख गांठ कपास के निर्यात सौदों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है तथा 45 लाख गांठ की शिपमेंट भी हो चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास का भाव 22 जनवरी को बढ़कर 89 सेंट प्रति पाउंड हो गया। सप्ताहभर में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कपास के दाम करीब 5 सेंट प्रति पाउंड बढ़े हैं। निगम ने चालू फसल सीजन में अभी तक 2 लाख गांठ कपास की व्यावसायिक खरीद की है तथा इसमें से करीब 65,000 गांठ की बिक्री भी कर दी है।
नॉर्थ इंडिया कॉटन एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश राठी ने बताया कि विदेशी बाजार में दाम बढऩे से कपास के निर्यात सौदों में तेजी आई है। उत्पादक मंडियों में चालू महीने में कपास की कीमतों में करीब 3,000 रुपये प्रति कैंडी की तेजी आ चुकी है। अहमदाबाद में गुरुवार को शंकर-6 किस्म की कपास का भाव बढ़कर 43,000 से 43,500 रुपये प्रति कैंडी हो गया।
कीमतों में आई तेजी के साथ ही मौसम खराब होने के कारण भी उत्पादक मंडियों में कपास की दैनिक आवक घटी है तथा घरेलू यार्न मिलों की मांग भी अच्छी बनी हुई है। ऐसे में घरेलू बाजार में कपास की मौजूदा कीमतों में और तेजी की संभावना है।
मुक्तसर कॉटन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर नवीन ग्रोवर ने बताया कि चालू सीजन में उत्पादक मंडियों में अभी तक 140 लाख गांठ कपास की आवक हुई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 160 लाख गांठ की आवक हो चुकी थी।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2013-14 में कपास की पैदावार 353 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2012-13 में 340 लाख गांठ की पैदावार हुई थी।
उधर, कॉटन एडवायजरी बोर्ड (सीएबी) के अनुसार चालू सीजन में कपास की पैदावार 375 लाख गांठ होने का अनुमान है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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