नई दिल्ली,उद्योग ने पहली अक्टूबर 2023 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2023-24 में देश में कॉटन के आरंभिक अनुमान में एक लाख गांठ की कटौती कर कुल उत्पादन 294.10 लाख गांठ होने का जारी किया है, जबकि पहले आरंभिक अनुमान में 295.10 लाख गांठ होने का अनुमान था। फसल सीजन 2022-23 के दौरान देशभर में 318.90 लाख गांठ कॉटन का उत्पादन हुआ था।
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सीएआई के दूसरे आरंभिक अनुसार के अनुसार उत्तर भारत के राज्यों पंजाब में कॉटन का उत्पादन फसल सीजन 2023-24 में 4.50 लाख गांठ, हरियाणा में 15 लाख गांठ, अपर राजस्थान में 11 लाख गांठ एवं लोअर राजस्थान के 11.50 लाख गांठ को मिलाकर कुल 42 लाख गांठ होने का अनुमान है।
सीएआई के अनुसार मध्य भारत के राज्यों गुजरात में चालू फसल सीजन में 85 लाख गांठ, महाराष्ट्र में 76.60 लाख गांठ तथा मध्य प्रदेश के 18 लाख गांठ को मिलाकर कुल 179.60 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान है।
दक्षिण भारत के राज्यों में तेलंगाना में चालू फसल सीजन में 30 लाख गांठ, आंध्र प्रदेश में 12.50 लाख गांठ एवं कर्नाटक में 18.50 लाख गांठ तथा तमिलनाडु के 6.50 लाख गांठ को मिलाकर कुल 67.50 लाख गांठ के कॉटन के उत्पादन का अनुमान है।
ओडिशा में चालू खरीफ में 3 लाख गांठ एवं अन्य राज्यों में 2 लाख गांठ कॉटन के उत्पादन का अनुमान है।
सीएआई के अनुसार अक्टूबर 23 में देशभर की मंडियों में 24.34 लाख गांठ कॉटन की आवक हो चुकी है।
नई फसल की आवकों के समय पहली अक्टूबर को 28.90 लाख गांठ कॉटन का बकाया स्टॉक था, जबकि अक्टूबर में 24.34 लाख गांठ की आवक हुई। इस दौरान 1.50 लाख गांठ आयातित कॉटन भारतीय बंदरगाह पर पहुंची। अत: अक्टूबर अंत में कुल उपलब्धता 54.74 लाख गांठ की बैठी, जिसमें से 26 लाख गांठ की घरेलू खपत हुई तथा एक लाख गांठ की निर्यात शिपमेंट हुई। अत: अक्टूबर अंत में मिलों के पास करीब 25 लाख गांठ का तथा सीसीआई, महाराष्ट्र फेडरेशन, एमएनसी एवं जिनर्स के व्यापारी तथा निर्यातकों के पास 2.74 लाख गांठ का बकाया स्टॉक है।
सीएआई के अनुसार पहली अक्टूबर 2023 को कॉटन का बकाया स्टॉक 28.90 लाख गांठ का बचा हुआ था, जबकि 294.10 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान है। चालू सीजन में करीब 22 लाख गांठ कॉटन का आयात होने की उम्मीद है। ऐसे में कुल उपलब्धता 345 लाख गांठ की बैठेगी।
चालू फसल सीजन में कॉटन की कुल घरेलू खपत 311 लाख गांठ होने का अनुमान है, जबकि इस दौरान 14 लाख गांठ के निर्यात की उम्मीद है। ऐसे में कॉटन का बकाया स्टॉक आगामी नई फसल की आवक के समय 20 लाख गांठ का बचेगा।
बुआई में कमी के साथ ही अगस्त में बारिश की भारी कमी का असर चालू सीजन में कपास की फसल पर पड़ा है, जिस कारण इसके उत्पादन अनुमान में कमी आने की आशंका है।
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