नई दिल्ली। आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ सीजन में खाद्यान्न का 14.85 करोड़ टन उत्पादन का अनुमान है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी 2023-24 के आरंभिक अनुमान में चावल, कपास, मूंगफली, सोयाबीन तथा उड़द एवं मूंग के उत्पादन में कमी आने की आशंका है।
मानसूनी सीजन में देशभर के कई राज्यों में अगस्त में बारिश की भारी कमी एवं सितंबर के आरंभ में कई क्षेत्रों में भारी बारिश का असर खरीफ फसलों के उत्पादन पर पड़ने की आशंका है।
मंत्रालय के अनुसार खरीफ फसल सीजन 2023-24 में चावल का उत्पादन घटकर 1,063.1 लाख टन ही होने का अनुमान है, जोकि 2022-23 के दूसरे आरंभिक अनुमान में 1,105.1 लाख टन का उत्पादन हुआ था। इसी तरह से मक्का का उत्पादन घटकर चालू खरीफ सीजन में 224.8 लाख टन ही होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 236.7 लाख टन का हुआ था।
मंत्रालय के अनुसार खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर का उत्पादन चालू खरीफ में 34.2 लाख टन होने का अनुमान है, जोकि पिछले खरीफ सीजन के 33.1 लाख टन से थोड़ा अधिक है। हालांकि उड़द का उत्पादन चालू खरीफ में घटकर 15.1 लाख टन का और मूंग का 14.1 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले खरीफ सीजन में इनका उत्पादन क्रमश: 17.7 लाख टन और 17.2 लाख टन का हुआ था।
आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ सीजन में मूंगफली का उत्पादन घटकर 78.3 लाख टन और सोयाबीन का 115.3 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल खरीफ में इनका उत्पादन क्रमश: 85.6 लाख टन का तथा 149.9 लाख टन का हुआ था।
कपास का उत्पादन चालू खरीफ में कम होकर 316.6 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो ही होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 336.6 लाख गांठ का हुआ था।
मंत्रालय के अनुसार गन्ने का उत्पादन चालू खरीफ में घटकर 4,347.9 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले खरीफ सीजन में इसका उत्पादन 4,905.3 लाख टन का हुआ था।
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