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18 जनवरी 2022

चालू पेराई सीजन में चीनी का उत्पादन 6 फीसदी बढ़कर 151 लाख टन के पार - इस्मा

नई दिल्ली। चालू पेराई सीजन 2021-22 के पहले साढ़े तीन महीनें पहली अक्टूबर 2021 से 15 जनवरी 2021 तक चीनी का उत्पादन 6.04 फीसदी बढ़कर 151.41 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन में इस दौरान केवल 142.78 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था। चालू पेराई सीजन में 504 चीनी मिलों में पेराई चल रही है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में केवल 487 मिलों में ही पेराई आरंभ हो पाई थी।

इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू पेराई सीजन में महाराष्ट्र में 15 जनवरी 2021 तक 58.42 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है, जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 51.55 लाख टन का ही उत्पादन हुआ था। राज्य में 192 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 181 चीनी मिलों में ही पेराई आरंभ हो पाई थी।

उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में मिलों में देर सेे गन्ने की पेराई आरंभ हुई थी। हालांकि 15 जनवरी तक राज्य की सभी 120 चीनी मिलों ने पेराई आरंभ कर दी है। राज्य में 15 जनवरी 2021 तक 40.17 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है जोकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के 42.99 लाख टन से कम है।

कर्नाटक में 15 जनवरी 21 तक 33.20 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में केवल 29.80 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था। राज्य में चालू पेराई सीजन में 70 मिलों में गन्ने की पेराई चल रही है।

गुजरात में चालू पेराई सीजन में 15 जनवरी 2021 तक 15 चीनी मिलों ने पेराई आरंभ कर दी है, तथा 4.60 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में राज्य की मिलों ने 4.40 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था।

तमिलनाडु में चालू पेराई सीजन में 15 जनवरी तक राज्य की मिलों ने 2.10 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में राज्य में 1.23 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था।

देश के अन्य राज्यों उत्तराखंड, बिहार, हरियाणा, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना में 15 जनवरी 2021 तक 81 चीनी मिलों में 12.50 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है।

चालू पेराई सीजन में पहली अकटूबर से दिसंबर अंत तक करीब 17 लाख टन चीनी के निर्यात की शिपमेंट हो चुकी है, जबकि पिछले फसल सीजन की समान अवधि में केवल 4.50 लाख टन की शिपमेंट ही हुई थी। जनवरी तक करीब सात लाख टन चीनी निर्यात के लिए पाइपलाइन में है।

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