नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर बनी रहने के कारण बुधवार को दिल्ली के नया बाजार में अरहर, उड़द के साथ ही मसूर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
मुंबई बदरंगाह पर अगले सप्ताह 30,000 टन अरहर और 20 से 22 हजार टन उड़द चेन्नई पर आने का अनुमान है।
दलहन का आयात ओजीएल के तहत किये जाने के बाद अब विदेशों से दलहन आयात होनी शुरू होगी, हालांकि विदेशों में अभी अरहर और उड़द का स्टॉक ज्यादा नहीं माना जा रहा।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने लेमन अरहर के दाम 50 रुपये घटकर 6,250 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। अरहर दाल में खुदरा के साथ ही थोक में ग्राहकी कमजोर बनी हुई है। आयातित अरहर आने के साथ ही दाल मिलों की कमजोर मांग से चेन्नई हाजिर पर अरहर की कीमतें 6,000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही। आगे के सौदों में, बर्मा की नई अरहर के दाम चेन्नई से दिल्ली के लिए जून डिलीवरी के 25 रुपये घटकर 6,550 से 6,575 प्रति क्विंटल बोले गए।
चेन्नई के कमजोर संकेत के साथ ही विदेशों से आयातित उड़द की आवक बनने से मिलों की हाजिर मांग कमजोर हुई, जिससे उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव 50 से 75 रुपये घटकर क्रमश: 6,750 रुपये और 7,200 से 7,225 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
काकीनाड़ा और मुंद्रा बंदरगाह पर विदेश से मसूर की आपूर्ति बढ़ने के साथ ही मिलों की मांग घटने से दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश लाईन की मसूर के भाव में 25 से 100 रुपये घटकर क्रमश: 6,500 रुपये और 6,500 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। केंद्र सरकार ने अभी तक मसूर के आयात शुल्क में किसी भी बदलाव की घोषणा नहीं की है।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर जुलाई डिलीवरी वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 65 रुपये की गिरावट आई, जबकि अगस्त वायदा अनुबंध में इसकी कीमतों में 70 रुपये का मंदा आया।
16 जून 2021
दाल मिलों की कमजोर मांग से दिल्ली में अरहर, उड़द और मसूर में गिरावट
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