नई दिल्ली। चालू फसल सीजन 2020-21 में कपास का उत्पादन चार लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो कम होकर 356 लाख गांठ का होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल 360 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। कॉटन का निर्यात चालू फसल सीजन में बढ़कर 72 लाख गांठ का होने का अनुमान है, जोकि पिछले फसल सीजन में केवल 50 लाख गांठ का ही निर्यात हुआ था।
कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया, सीएआई के अनुसार पहली अक्टूबर 2020 से शुरू हुए चालू फसल सीजन में 31 मई 2021 तक देशभर की मंडियों में 340.25 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है। ऐसे में अब बकाया केवल 15.75 लाख गांठ का ही स्टॉक बचा हुआ है। उत्तर भारत के राज्यों में कपास की नई फसल की आवक सितंबर में बनेगी।
सीएआई के अध्यक्ष अतुल गनात्रा के अनुसार चालू फसल सीजन में कपास का निर्यात बढ़कर 72 लाख गांठ का होने का अनुमान है, जोकि मई के आरंभिक अनुमान 65 लाख गांठ से 7 लाख गांठ ज्यादा है। पिछले फसल सीजन में केवल 50 लाख गांठ का ही निर्यात हुआ था।
हाल ही में घरेलू बाजार में कॉटन की कीमतों में आई तेजी के बावजूद भी चालू फसल सीजन में कॉटन का कुल आयात घटकर 10 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है, जबकि पहले 11 लाख गांठ के आयात का अनुमान था। 31 मई तक 8.25 लाख गांठ कपास का आयात हो चुका है। देश में कॉटन की खपत पहले के अनुमान से 10 लाख गांठ बढ़कर 325 लाख गांठ होने का अनुमान है।
उद्योग के अनुसार अक्टूबर 2020 से मई 2021 के दौरान देश में कॉटन की खपत 220 लाख गांठ की हुई है, जबकि इस दौरान 58 लाख गांठ निर्यात की शिपमेंट भी हो चुकी है।
कीतमें तेज होने के साथ ही अनुकूल मौसम के कारण उद्योग को उम्मीद है कि देश में कपास की नई फसल का उत्पादन बढ़कर 400 लाख गांठ से ज्यादा होने का अनुमान है।
14 जून 2021
कॉटन उत्पादन अनुमान में 4 लाख घटकर 356 लाख गांठ होने का अनुमान
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