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21 जून 2021

नीचे दाम पर दाल मिलों की मांग से मुंबई में आयातित दालें तेज

नई दिल्ली। नीचे दाम पर दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से सोमवार को शुरूआती कारोबार में मुंबई में आयातित दालों अरहर, उड़द के साथ ही मसूर और चना एवं काबूली चना की कीमतोें में तेजी दर्ज की गई।

हालांकि दालों में खुदरा के साथ ही थोक में ग्राहकी कमजोर देखी गई, लेकिन, इस महीने के अंतिम सप्ताह में खुदरा बाजार में मांग बढ़ने की उम्मीद है। व्यापारियों के अनुसार नीचे भाव में दालों की मांग में बढ़ोतरी का अनुमान है, वैसे भी कोरोना के मामलों में आई कमी से राज्य सरकारें आगे लॉकडाउन में और छूद देंगी।

घरेलू बाजारों में दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से लेमन अरहर के साथ ही अरुषा अरहर के दाम मुंबई में 50—50 रुपये बढ़कर क्रमश: 6,100 रुपये और 6,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। आगे के व्यापार में, बर्मा की लेमन अरहर में जून-जुलाई शिपमेंट के लिए 6,350 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भाव बोले गए।

विदेशों से चेन्नई बंदरगाह पर उड़द की नियमित आवक बनने के बावजूद भी नीचे दाम पर दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से मुंबई में बर्मा उड़द एफएक्यू नई और पुरानी की कीमतों में 50-50 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमशः 6,550 रुपये और 6,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

कनाडा की मसूर के भाव मुंबई, मुंद्रा, कांडला और हजीरा बंदरगाह के साथ ही ऑस्ट्रेलिया की मसूर के दाम मुंबई में 50 से 150 रुपयेय प्रति क्विंटल तेज हो गए। कनाडा से हाल ही में कुल 61,500 टन मसूर काकीनाडा और मुंद्रा बंदरगाह पर पहुंची है, लेकिन सरकार ने अभी तक मसूर के आयात शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया है, इसलिए आयातक नीचे दाम पर ​बेचने के बजाए माल को गोदामों में रख रहे हैं।

नीचे दाम पर मिलों की मांग में आये सुधार से तंजानिया लाईन के चना के साथ ही सूडान और रूस के काबुली चना में 50-100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई।

नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर जुलाई वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 120 रुपये की तेजी आई, जबकि अगस्त वायदा अनुबंध में इसके भाव में 125 रुपये का सुधार आया।

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