आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई में 10.62 फीसदी की बढ़ोतरी हुई
है तथा अभी तक मौसम भी अनुकूल रहा है इसीलिए सोयाबीन की कीमतों में गिरावट
बनी हुई है। सोमवार को उत्पादक मंडियों में इसके भाव घटकर 3,600 से 3,625
रुपये प्रति क्विंटल रह गए। आगामी दिनों में मौसम अनुकूल रहा तो इसके
मौजूदा भाव में और भी गिरावट आने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय के
अनुसार चालू खरीफ में सोयाबीन की बुवाई बढ़कर 109.50 लाख हैक्टेयर में हो
चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 98.99 लाख हैक्टेयर में ही
हुई थी। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार चालू मानसूनी सीजन में पहली
जून से 6 अगस्त तक महाराष्ट्र में मानसूनी बारिश सामान्य से 3 फीसदी ज्यादा
ही हुई है लेकिन मध्य प्रदेश और राजस्थान में इस दौरान क्रमश: सामान्य के
मुकाबले 8 और 2 फीसदी कम हुई है। ऐसे में चालू महीने के मध्य तक उत्पादक
राज्यों में एकाध अच्छी बारिश हो गई, तो आगे इसके भाव में और भी 150 से 200
रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने का अनुमान है।
सोयाबीन की
कारोबारी फर्म साई सिमरन फूड लिमिटेड के डायरेक्टर नरेश गोयनका ने बताया कि
अभी तक प्रमुख उत्पादक राज्यों में मानसूनी बारिश अच्छी हुई है, इसलिए फसल
अच्छी स्थिति में है। सोया डीओसी में निर्यात मांग कमजोर होने के कारण
प्लांटों की मांग सोयाबीन में कमजोर है ऐसे में आगामी दिनों में उत्पादक
राज्यों में मौसम अनुकूल रहा तो, सोयाबीन के भाव में और भी गिरावट आयेगी।
सोयाबीन
कारोबारी हेंमत जैन ने बताया कि उत्पादक राज्यों की मंडियों में सोमवार को
सोयाबीन के भाव 3,600 से 3,625 प्रति क्विंटल रहे हैं। सोया डीओसी के भाव
31,000 से 31,200 रुपये प्रति टन रहे जबकि इंदौर में सोया रिफाइंड तेल के
भाव 740 से 745 रुपये प्रति 10 किलो रहे। उन्होंने बताया कि विश्व बाजार
में सोयाबीन की कीमतों में गिरावट आई है, जबकि बंगलादेश, नेपाल और श्रीलंका
के रास्ते सस्ते खाद्य तेलों का आयात हो रहा है। इसीलिए सोयाबीन की कीमतों
पर दबाव बना हुआ है।............ आर एस राणा
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