आर एस राणा
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में स्टॉक ज्यादा होने से खाद्य एवं अखाद्य के आयात में कमी आई है। जुलाई में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात घटकर 11,19,538 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल जुलाई में इनका आयात 15,24,724 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (एसईए) के अनुसार घरेलू बाजार में खाद्य एवं अखाद्य तेलों का 24.75 लाख टन का स्टॉक जमा है जोकि सामान्यत: 15-18 लाख टन से ज्यादा है। इसके अलावा रुपये के मुकाबले डॉलर मजबूत बना हुआ है तथा जून में केंद्र सरकार ने आयातित खाद्य तेलों के शुल्क में भी बढ़ोतरी की थी। इसीलिए इनके आयात में कमी आई है।
एसईए के अनुसार चालू तेल वर्ष 2017—18 (नवंबर-17 से अक्टूबर-18) के पहले 9 महीनों नवंबर से जुलाई के दौरान 107,66,076 टन खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष 2016-17 की समान अवधि में इनका आयात 113,92,296 टन का हुआ था।
एसईए के अनुसार आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में सालभर में गिरावट आई है। क्रुड पॉम तेल का भाव जुलाई में घटकर भारतीय बंदरगाह पर 583 डॉलर प्रति टन रह गया जबकि पिछले साल जुलाई में इसका भाव 681 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से आरबीडी पॉमोलीन का भाव इस दौरान भारतीय बंदरगाह पर 683 डॉलर प्रति टन से घटकर 592 डॉलर प्रति टन रह गए। क्रुड सोयाबीन तेल के भाव चालू तेल वर्ष के जुलाई महीने में भारतीय बंदरगाह पर 709 डॉलर प्रति टन रहे जबकि पिछले साल जुलाई में इसके भाव 802 डॉलर प्रति टन थे। विश्व बाजार में खाद्य तेलों की उपलब्धता ज्यादा होने के साथ ही भारत की मांग कम होने से सालभर में आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में 14 फीसदी की गिरावट आ चुकी है।...... आर एस राणा
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