28 मार्च 2013
मिलों को खुले बाजार में चीनी बेचने के लिए ज्यादा समय
आजादी - बिक्री अवधि बढ़कर छह माह, कोटा 104 लाख टन
रियायत धीरे-धीरे
खुले बाजार में बिक्री के लिए पहले मासिक कोटा जारी होता था
जिसे पहले तीन महीने और बाद में चार महीने का किया गया
अब इस अवधि को बढ़ाकर छह महीने कर दिया गया है
अप्रैल से सितंबर के दौरान 104 लाख टन चीनी का कोटा जारी
खुले बाजार में चीनी के मूल्य बढऩे के आसार, मिलें पा सकेंगी बेहतर मूल्य
चीनी मिलों को राहत देते हुए केंद्र सरकार ने खुले बाजार में बिक्री के लिए चीनी कोटा की अवधि को चार महीने से बढ़ाकर छह महीने कर दिया है। खाद्य मंत्रालय ने मंगलवार को छह महीनों (अप्रैल से सितंबर) के लिए 104 लाख टन चीनी का कोटा जारी कर दिया है। गर्मियों का सीजन शुरू होने से चीनी की मांग बढऩे का अनुमान है जिससे मौजूदा कीमतों में हल्का सुधार आ सकता है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उद्योग की मांग को मानते हुए मंत्रालय ने खुले बाजार में बेचे जाने वाली चीनी के कोटा की अवधि को चार महीने से बढ़ाकर छह महीने कर दिया है।
खुले बाजार में बेचने के लिए पहले मासिक आधार पर कोटा जारी किया जाता था, जिसे पहले तीन महीने और बाद में चार महीने की अवधि के लिए जारी किया जाने लगा। अब इस अवधि को बढ़ाकर छह महीने कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अप्रैल से सितंबर के दौरान 104 लाख टन चीनी का कोटा जारी किया गया है।
इसके अतिरिक्त अप्रैल से मई (दो महीनों) के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में आवंटन के लिए 3.69 लेवी चीनी का कोटा जारी किया गया है। रंगराजन कमेटी ने भी चीनी उद्योग के डिकंट्रोल के तहत निश्चित अवधि के लिए चीनी बिक्री कोटा की प्रणाली और लेवी चीनी की बाध्यता समाप्त करने की सिफारिश की थी।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के कार्यकारी निदेशक अबिनाश वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चीनी कोटा की अवधि को बढ़ाकर छह महीने कर देने से मिलों को खुले बाजार में चीनी बेचने की छूट मिल जाएगी। सरकार ने छह महीनों के लिए 104 लाख टन चीनी का कोटा जारी किया है।
चीनी बिक्री कोटा की अवधि छह महीने कर देने से मिलों को चीनी बेचने के लिए रणनीति बनाने की आसानी होगी। वे बेहतर मूल्य पाने के लिए पूरे छह माह की अवधि में चीनी बेचने के लिए स्वतंत्र होंगी।
चीनी के थोक कारोबार सुरेंद्र भालोठिया ने बताया कि अप्रैल से बड़े उपभोक्ताओं की मांग निकलने लगेगी, जिससे चीनी की मौजूदा कीमतों में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आने की संभावना है। चीनी बेचने की अवधि में और ज्यादा छूट मिलने से भी चीनी में मजबूती को बल मिल सकता है।
उत्तर प्रदेश में चीनी के एक्स-फैक्ट्री भाव मंगलवार को 3,150 रुपये और दिल्ली थोक बाजार में 3,300 रुपये क्विंटल रहे। मुंबई में चीनी के एक्स-फैक्ट्री भाव 2,800 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन 2012-13 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान 246 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है जो पूर्व उत्पादन अनुमान से 3 लाख टन अधिक है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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