नई दिल्ली। दलहन उत्पादक राज्यों में बेमौसम बारिश एवं रुपये के मुकाबले डॉलर महंगा होने से शुक्रवार को लेमन अरहर, उड़द, मूंग, चना एवं मसूर की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। हालांकि दालों में खुदरा के साथ ही थोक में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है, लेकिन मौसम खराब बना रहा तो इनके भाव में और भी सुधार आने के आसार हैं।
रुपया लगातार कमजोर हो रहा है, तथा आज डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होकर 82.38 के नए स्तर पर आ गया, जिससे दालों के आयात पड़ते और भी महंगे हुए हैं। अत: घरेलू बाजार में दालों में बिकवाली कमजोर हुई है, जिससे भाव में तेजी देखी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार चेन्नई में 15 अक्टूबर से 15 नवंबर की शिपमेंट के उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव आज क्रमश: 825 डॉलर और 965 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ बोले गए। इस दौरान लेमन अरहर के भाव 900 डॉलर प्रति टन हो गए।
मुंबई बंदरगाह पर मटवारा अरहर के भाव 650 से 655 डॉलर, सूडान की अरहर के भाव 900 डॉलर प्रति टन, मलावी से आयातित अरहर के भाव 555 से 560 डॉलर तथा गजरी अरहर के 645 से 650 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ रहे। सूत्रों के अनुसार अक्टूबर एवं नवंबर में इन देशों से आयातित बढ़ेगा।
नेफेड ने अभी तक 9750 टन आयातित उड़द की खरीद की है। निगम ने 13 सितंबर को चेन्नई और नवा सेवा बंदरगाह पर 500 और 1,000 टन आयातित उड़द क्रमश: 7175 और 7490 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी थी। उसके बाद 27 सितंबर को निगम ने नवा सेवा चेन्नई बंदरगाह पर क्रमश: 750 टन और 2,000 टन आयातित उड़द की खरीद क्रमश: 7490 रुपये एवं 7410 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद की थी। तीन अक्टूबर को निगम ने नवा सेवा बंदरगाह पर 500 टन और चेन्नई में 6 अक्टूबर को 5000 टन उड़द की खरीद 7233 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की।
महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश एवं दक्षिण भारत के राज्यों में आज दूसरे दिन भी मौसम खराब बना रहा। भारतीय मौसम विभाग, आईएमडी ने कई राज्यों में और भी बारिश होने की भविष्यवाणी की है, जिसका असर खरीफ फसलों पर पड़ने का डर है। इससे जहां फसलों की कटाई बाधित होगी, वहीं क्वालिटी के साथ ही उत्पादकता भी प्रभावित होगी। इसलिए दालों की कीमतों में तेजी, मंदी मौसम के हिसाब से भी तय होगी।
दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर के भाव में 25 रुपये की तेजी आकर दाम 7500 से 7511 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
हालांकि इस दौरान चेन्नई में लेमन अरहर के भाव 7225 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
मुंबई में लेमन अरहर के भाव 25 रुपये तेज होकर दाम 7200 से 7,225 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
हालांकि अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमतें स्थिर बनी रही। सूडान से आयातित अरहर के दाम 7600 से 7650 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान तंजानिया की अरुषा अरहर के भाव 5500 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 5400 से 5450 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। मलावी से आयातित अरहर के दाम 4650 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे।
दिल्ली में बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव में 25-50 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 7225 से 7250 रुपये और 8350 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
आंध्रप्रदेश लाईन की नई उड़द का दिल्ली के लिए व्यापार 7500 रुपये प्रति क्विंटल की पूर्व दर पर ही हुआ।
मुंबई में उड़द एफएक्यू के भाव में 50 रुपये की तेजी आकर दाम 7100 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
चेन्नई में उड़द एसक्यू हाजिर डिलीवरी के दाम 50 रुपये तेज होकर 8000 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए, जबकि नवंबर डिलीवरी के भाव 50 रुपये बढ़कर 8100 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश की मसूर की कीमतों में 25 से 50 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 6225 रुपये 6625 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
दाल मिलों की मांग बढ़ने से कनाडा एवं ऑस्ट्रेलिया की मसूर के भाव में 75-100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आई। मसूर के दाम हजिरा बंदरगाह पर बढ़कर 6050 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मुंद्रा बंदरगाह पर इसके भाव बढ़कर 6000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 100 रुपये तेज होकर 6250 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। आस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें 100 रुपये बढ़कर 6350 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गई।
दिल्ली में चना की कीमतों में 25 रुपये की तेजी आकर राजस्थानी चना के दाम 4,825 से 4,850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए, जबकि इस दौरान मध्य प्रदेश के चना के भाव बढ़कर 4775 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।
दिल्ली में राजस्थान लाइन की नई मूंग के भाव 100 रुपये तेज होकर 7000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
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