नई दिल्ली। फसल सीजन 2021-22 के कॉटन उत्पादन अनुमान में उद्योग ने एक बार फिर से 8.27 लाख गांठ की कटौती करके कुल उत्पादन 307.05 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो होने का अनुमान जारी किया है। इससे पहले इसके उत्पादन का अनुमान 315.32 लाख गांठ का था।
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सीएआई द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार हरियाणा में कॉटन के उत्पादन अनुमान में 0.57 लाख गांठ, लोअर राजस्थान में 0.50 लाख गांठ, गुजरात में 3.45 लाख गांठ, महाराष्ट्र में 2.50 लाख गांठ और तमिलनाडु में 2.25 लाख गांठ, सितंबर के अनुमान की तुलना में कम होने का अनुमान है। हालांकि इस दौरान सीएआई ने आंध्र प्रदेश में पहले के अनुमान से एक लाख गांठ ज्यादा कॉटन का उत्पादन होने का अनुमान जारी किया है।
सीएआई के अनुसार चालू सीजन में 14 लाख गांठ कपास का आयात हुआ है, जबकि पहले 15 लाख गांठ आयात होने का अनुमान था। हालांकि पिछले साल की तुलना में आयात 4 लाख गांठ बढ़ा है, क्योंकि पिछले साल केवल 10 लाख गांठ कॉटन का आयात हुआ था।
चालू फसल सीजन में देश से 43 लाख गांठ कॉटन का निर्यात हुआ है, जोकि पहले के अनुमान 40 लाख गांठ से ज्यादा है।
पहली अक्टूबर 2021 से सितंबर 2022 के अंत तक देशभर की मंडियों में कॉटन की कुल आवक 307.05 लाख गांठ की हो चुकी है।
उद्योग के अनुसार पहली अक्टूबर 2021 में नए सीजन के आरंभ में 47.16 लाख गांठ कॉटन का बकाया स्टॉक बचा हुआ था, जबकि पहली अक्टूबर 2022 से शुरू हो रहे नए सीजन के आरंभ में कॉटन का बकाया स्टॉक घटकर केवल 31.89 लाख गांठ का ही बचेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें