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02 मार्च 2022

चालू वित्त वर्ष के पहले दस महीनों में उड़द का आयात 63 फीसदी से ज्यादा बढ़ा

नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2021-22 के पहले दस महीनों अप्रैल से जनवरी के दौरान उड़द के आयात में 63.54 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल आयात 4.89 लाख टन का हो चुका है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2020-21 की समान अवधि में इसका आयात 2.99 लाख टन का हुआ था।

सूत्रों के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान उड़द का कुल आयात 3.34 लाख टन का हुआ था, जबकि चालू वित्त वर्ष के दौरान कुल आयात में भारी बढ़ोतरी होने का अनुमान है, क्योंकि फरवरी और मार्च में आयात और बढ़ने की उम्मीद है। जनवरी में उड़द का आयात 46 हजार से ज्यादा का हुआ तथा मध्य फरवरी तक ही करीब 20 हजार टन से ज्यादा उड़द का आयात हो चुका है।

दक्षिण भारत में आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में नई उड़द की आवक शुरू हो गई है, हालांकि इन राज्यों में जनवरी महीने में हुई बेमौसम बारिश से फसल की उत्पादकता पिछले साल की तुलना में कम बैठ रही है, साथ ही क्वालिटी को भी नुकसान हुआ है। हालांकि मार्च और अप्रैल में आयातित उड़द ज्यादा मात्रा में आयेगी, इसलिए आयातक और स्टॉकिस्ट उड़द के दाम तेज करना चाहते हैं। उड़द दाल में दक्षिण भारत की मांग कमजोर है, ऐसे में स्टॉकिस्ट इसके भाव में 200 से 250 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी तो कर सकते हैं, लेकिन बड़ी तेजी टिक नहीं पायेगी।

बर्मा में चालू सीजन में उड़द का उत्पादन पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने का अनुमान है, लेकिन भारतीय आयातकों की मांग से स्थानीय बाजार में उड़द के दाम दूसरे दिन भी तेज हो गए। जानकारों के अनुसार डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने से भी आयात पड़ते महंगे होंगे। बर्मा के स्थानीय बाजार में मंगलवार को उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतों में पांच से दस डॉलर की तेजी आकर भाव क्रमश: 785 डॉलर और 875 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ हो गए।

कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में उड़द का उत्पादन बढ़कर 8.10 लाख टन होने का अनुमान है, जोकि इसके पिछले साल के 7.50 लाख टन से ज्यादा है। फसल सीजन 2021-22 के दौरान उड़द का कुल उत्पादन 26.6 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि फसल सीजन 2020-21 के दौरान 22.3 लाख टन का उत्पादन हुआ था। हालांकि जानकारों के अनुसार चालू सीजन में प्रतिकूल मौसम की मार उड़द की फसल पर पड़ी है, जिससे प्रति हेक्टेयर उत्पादन तो कम बैठी ही, साथ ही क्वालिटी को भारी नुकसान हुआ।

केंद्र सरकार ने खरीफ विपणन सीजन 2021-22 के लिए उड़द का एमएसपी 6,300 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।

मंगलवार को मुंबई में उड़द एफएक्यू के भाव 6,300 से 6,350 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। उधर चेन्नई में एफएक्यू उड़द के भाव 6,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे, जबकि एसक्यू के भाव में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 6,850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

अकोला मंडी में देसी उड़द के भाव 6,100 से 6,600 रुपये, सोलपुर में 5,500 से 6,700 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। दाहोद मंडी में देसी उड़द के भाव 5,500 से 6,000 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

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