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07 मार्च 2022

डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने से अरहर, उड़द के भाव बढ़े, चना तीसरे दिन तेज

नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन संकट के कारण अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार आ रही गिरावट से दालों के आयात पड़ते महंगे हुए हैं। जिससे घरेलू बाजार में अरहर और उड़द की कीमतों में शनिवार को तेजी दर्ज की गई। उत्पादक मंडियों में देसी चना की दैनिक आवक लगातार बढ़ रही है, लेकिन मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की मांग बनी रहने से लगातार तीसरे दिन चना के भाव में तेजी आई। मसूर में ग्राहकी कमजोर होने से गिरावट देखी गई।

व्यापारियों के अनुसार रूस-यूक्रेन में चल रही जंग के कारण डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर हो रहा है, जिससे दालों का आयात महंगा होगा। इसलिए हाजिर बाजार में अरहर और उड़द की कीमतों में सुधार आया। जानकारों के अनुसार स्टॉकिस्टों के साथ ही आयातक भी अरहर और उड़द के दाम तेज करना चाहते हैं, इसलिए इनके भाव में 100 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी तो बन सकती है, लेकिन अभी बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। आयातकों ने जो पहले से आयात के सौदे किए हुए हैं, उनकी शिपमेंट लगातार आ रही है।

सूत्रों के अनुसार फरवरी में चेन्नई बदंरगाह पर दालों का आयात करीब 65,700 टन के करीब हुआ है, जिसमें सबसे ज्यादा मात्रा उड़द की 29,000 टन, अरहर की 25,500 टन और करीब 11 हजार टन मूंग थी।  

महाराष्ट्र की मंडियों में चना की आवक लगातार बढ़ रही है, साथ ही मिलों की खरीद भी बढ़ी है। व्यापारियों के अनुसार चना के दाम एमएसपी से नीचे होने के कारण स्टॉकिस्टों की खरीद बढ़ने लगी है। इसलिए चना की कीमतों में शनिवार को लगातार तीसरे दिन तेजी दर्ज की गई। महाराष्ट्र की मंडियों से मुंबई डिलीवरी चना का व्यापार 4,925 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुआ। महाराष्ट्र की अमरावती मंडी में शनिवार को चना की आवक 7,000 क्विंटल की और लातूर मंडी में 40,000 कट्टों की आवक हुई।

कर्नाटक से मुंबई के लिए चना का व्यापार 5,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुआ।

मसूर की नई फसल आवक बढ़ने से मध्य प्रदेश की मंडियों में इसके भाव में आज क्वालिटीनुसार 100-150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई। मध्य प्रदेश की बीना, गंजबासोदा मंडियों में देसी मसूर की आवक बढ़ने लगी है। इंदौर मंडी में मसूर के भाव घटकर बिल्टी के 6,400 से 6,425 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

उत्तर प्रदेश की ललितपुर मंडी में सफेद मटर की आवक 15,000 बोरियों की हुई, तथा इसका व्यापार 4,200 से 5,100 रुपये प्रति क्विंंटल क्वालिटीनुसार हुआ।

बर्मा की लेमन अरहर 2021 की कीमतों में दिल्ली में 50 रुपये की तेजी आकर भाव 6,725 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। लेमन अरहर 2022 की फसल के भाव में भी 25 रुपये की तेजी आकर दाम 6,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंबई में लेमन अरहर के दाम 50 रुपये बढ़कर 6,250 से 6,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

दूसरी और मुंबई में तंजानिया की अरुषा अरहर के दाम 5,450 से 5,500 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। मलावी अरहर के दाम 4,900-4,950 रुपये और मोजाम्बिक लाईन की गजरी अरहर की कीमतें 5,400-5,450 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर टिकी रही। सूडान की अरहर के दाम 6,450 से 6,500 रुपये तथा मटवारा की अरहर के भाव 5,400 से 5,450 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

चेन्नई में दाम मजबूत होने के साथ ही दाल मिलों की हाजिर सुधरने से दिल्ली में बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू में 50-50 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 6,575-6,600 रुपये और 7,150-7,175 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंबई में उड़द एफएक्यू के भाव 25 रुपये बढ़कर भाव 6,400  से 6,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।  

दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश की कीमतों में 75-75 रुपये की गिरावट आकर भाव 6,675-6,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

कनाडा की मसूर के भाव मुंद्रा और हजिरा बंदरगाह पर 6,500 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे, जबकि आस्ट्रेलियाई मसूर के भाव मुंबई में कंटेनर में 6,650 रुपये और कनाडा की मसूर के दाम कंटेनर में 6,550 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।


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