आर एस राणा
नई दिल्ली। ईरान की आयात मांग नहीं होने के कारण चालू वित्त वर्ष में बासमती चावल के निर्यात में 12 से 15 फीसदी तक कमी आने की आशंका है। इसका सीधा असर बासमती धान के किसानों पर पड़ रहा है। उत्पादक मंडियों में पूसा बासमती धान 1,121 की कीमत घटकर शनिवार को 2,750 से 2,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गई, जबकि पिछले साल इसके दाम 3,150 से 3,200 रुपये प्रति क्विंटल थे।
एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय बासमती चावल का ईरान सबसे बड़ा आयातक देश है तथा ईरान में भारतीय निर्यातकों के पहले करीब 1,500 करोड़ रुपये फंसे हुए हैं इसलिए निर्यातक भी नए निर्यात सौदे नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि चालू वित्त 2019-20 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान बासमती चावल के निर्यात में 11.33 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 18.70 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 20.82 लाख टन का हुआ था। गैर-बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में घटकर 25.17 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 38.68 लाख टन का हुआ था।
ईरान ने पिछले वर्ष में 14.83 लाख टन बासमती चावल का किया था आयात
एपीडा के अनुसार वित्त वर्ष 2018—19 में ईरान ने भारत से 14.83 लाख टन बासमती चावल का आयात किया था, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2017—18 में 8.77 लाख टन का ही आयात किया था। उन्होंने बताया कि सितंबर में बासमती चावल का निर्यात घटकर 2.05 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल सितंबर में इसका निर्यात 2.28 लाख टन का हुआ था। गैर बासमती चावल का निर्यात सितंबर में घटकर 3.52 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल सितंबर में गैर बासमती चावल का निर्यात 5.39 लाख टन का हुआ था।
धान की कीमतें पिछले साल की तुलना में कम
कैथल के धान कारोबारी रामनिवाश खुरानियां ने बताया कि मंडियों में पूसा बासमती 1,121 और डीपी धान की दैनिक आवक बढ़ रही है जबकि पूसा 1,509 धान की आवक कम होने लगी है। चावल मिलों की मांग कम होने के कारण मंडी में पूसा 1,121 धान के भाव घटकर 2,750-2,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि पिछले साल इसके दाम 3,150 से 3,200 रुपये प्रति क्विंटल थे। इसी तरह से डीपी धान के भाव अच्छी क्वालिटी के 2,500 रुपये और पूसा बासमती 1,509 धान के भाव 2,400 से 2,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। पूसा 1,121 बासमती चावल सेला का भाव 5,300 से 5,400 रुपये और पूसा बासमती 1,509 चावल सेला का भाव 4,700 रुपये प्रति क्विंटल रहा।............. आर एस राणा
नई दिल्ली। ईरान की आयात मांग नहीं होने के कारण चालू वित्त वर्ष में बासमती चावल के निर्यात में 12 से 15 फीसदी तक कमी आने की आशंका है। इसका सीधा असर बासमती धान के किसानों पर पड़ रहा है। उत्पादक मंडियों में पूसा बासमती धान 1,121 की कीमत घटकर शनिवार को 2,750 से 2,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गई, जबकि पिछले साल इसके दाम 3,150 से 3,200 रुपये प्रति क्विंटल थे।
एपीडा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय बासमती चावल का ईरान सबसे बड़ा आयातक देश है तथा ईरान में भारतीय निर्यातकों के पहले करीब 1,500 करोड़ रुपये फंसे हुए हैं इसलिए निर्यातक भी नए निर्यात सौदे नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि चालू वित्त 2019-20 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान बासमती चावल के निर्यात में 11.33 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 18.70 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 20.82 लाख टन का हुआ था। गैर-बासमती चावल का निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में घटकर 25.17 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 38.68 लाख टन का हुआ था।
ईरान ने पिछले वर्ष में 14.83 लाख टन बासमती चावल का किया था आयात
एपीडा के अनुसार वित्त वर्ष 2018—19 में ईरान ने भारत से 14.83 लाख टन बासमती चावल का आयात किया था, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2017—18 में 8.77 लाख टन का ही आयात किया था। उन्होंने बताया कि सितंबर में बासमती चावल का निर्यात घटकर 2.05 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल सितंबर में इसका निर्यात 2.28 लाख टन का हुआ था। गैर बासमती चावल का निर्यात सितंबर में घटकर 3.52 लाख टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल सितंबर में गैर बासमती चावल का निर्यात 5.39 लाख टन का हुआ था।
धान की कीमतें पिछले साल की तुलना में कम
कैथल के धान कारोबारी रामनिवाश खुरानियां ने बताया कि मंडियों में पूसा बासमती 1,121 और डीपी धान की दैनिक आवक बढ़ रही है जबकि पूसा 1,509 धान की आवक कम होने लगी है। चावल मिलों की मांग कम होने के कारण मंडी में पूसा 1,121 धान के भाव घटकर 2,750-2,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि पिछले साल इसके दाम 3,150 से 3,200 रुपये प्रति क्विंटल थे। इसी तरह से डीपी धान के भाव अच्छी क्वालिटी के 2,500 रुपये और पूसा बासमती 1,509 धान के भाव 2,400 से 2,600 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। पूसा 1,121 बासमती चावल सेला का भाव 5,300 से 5,400 रुपये और पूसा बासमती 1,509 चावल सेला का भाव 4,700 रुपये प्रति क्विंटल रहा।............. आर एस राणा
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