आर एस राणा
नई दिल्ली। कर्नाटक में अक्टूबर और नवंबर महीने में हो रही बेमौसम बारिश से अरहर की फसल पर फफूंद के संक्रमण का प्रकोप होने से फसल को भारी नुकसान हुआ है। फसल की पकाई के समय राज्य के कई जिलों में लगातार बेमौसम बारिश हो रही है, जिससे अरहर की प्रति हेक्टेयर उत्पादकता में भारी कमी आने का अनुमान है।
राज्य के कलबुर्गी के किसान उमेश कुमार ने बताया कि उन्होंने 9 एकड़ में अरहर की फसल लगाई हुई है। राज्य में अक्टूबर और नवंबर में भी बेमौसम बारिश हो रही है जिससे अरहर के दाने काले पड़ गए हैं, साथ ही पौधे जड़ से उखड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैने 9 एकड़ खेत में अरहर की फसल की बुआई की थी, जोकि भारी बारिश से पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। उन्होंने बताया कि बेमौसम बारिश के कारण सुबह के समय भारी ओस रहती है, जिससे फसल की क्वालिटी भी प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि बेमौसम बारिश से चालू सीजन में अरहर की पैदावार में भारी कमी आने का अनुमान है जिससे भारी नुकसान होगा।
प्रतिकूल मौसम से फसल को भारी नुकसान की आशंका
कलबुर्गी कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) के कृषि वैज्ञानिक जहिर अहमद ने बताया कि प्रतिकूल मौसम की वजह से इस बार अरहर की फसल को भारी नुकसान हुआ है। पिछले एक सप्ताह से बादल छाए हुए है जबकि इसके पहले सप्ताह में बारिश हुई थी। यह समय फसल की पकाई का होने की वजह से फसल को धूप की जरुरत होती है लेकिन बेमौसम बारिश का असर फसल की उत्पादकता के साथ ही क्वालिटी पर पड़ा है। उन्होंने बताया कि बारिश और आसमान में बादल छाए रहने की वजह से अरहर की फसल पर फफूंद का संक्रमण भी हुआ है।
नवंबर में भी राज्य में सामान्य से ज्यादा हुई है बारिश
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार नवंबर में उत्तर कर्नाटक में सामान्य से 104 फीसदी और दक्षिण कर्नाटक में 68 फीसदी अधिक बारिश हुई है। राज्य के होवरी में नवंबर में सामान्य से 243 फीसदी, बेलगाम में 200 फीसदी, बीदर में 110 फीसदी, धारवाड़ में 136 फीसदी तथा दावणगेरे में 162 फीसदी अधिक बारिश हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में कर्नाटक में अरहर की बुआई 11.93 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल के 9.92 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।...... आर एस राणा
नई दिल्ली। कर्नाटक में अक्टूबर और नवंबर महीने में हो रही बेमौसम बारिश से अरहर की फसल पर फफूंद के संक्रमण का प्रकोप होने से फसल को भारी नुकसान हुआ है। फसल की पकाई के समय राज्य के कई जिलों में लगातार बेमौसम बारिश हो रही है, जिससे अरहर की प्रति हेक्टेयर उत्पादकता में भारी कमी आने का अनुमान है।
राज्य के कलबुर्गी के किसान उमेश कुमार ने बताया कि उन्होंने 9 एकड़ में अरहर की फसल लगाई हुई है। राज्य में अक्टूबर और नवंबर में भी बेमौसम बारिश हो रही है जिससे अरहर के दाने काले पड़ गए हैं, साथ ही पौधे जड़ से उखड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैने 9 एकड़ खेत में अरहर की फसल की बुआई की थी, जोकि भारी बारिश से पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। उन्होंने बताया कि बेमौसम बारिश के कारण सुबह के समय भारी ओस रहती है, जिससे फसल की क्वालिटी भी प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि बेमौसम बारिश से चालू सीजन में अरहर की पैदावार में भारी कमी आने का अनुमान है जिससे भारी नुकसान होगा।
प्रतिकूल मौसम से फसल को भारी नुकसान की आशंका
कलबुर्गी कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) के कृषि वैज्ञानिक जहिर अहमद ने बताया कि प्रतिकूल मौसम की वजह से इस बार अरहर की फसल को भारी नुकसान हुआ है। पिछले एक सप्ताह से बादल छाए हुए है जबकि इसके पहले सप्ताह में बारिश हुई थी। यह समय फसल की पकाई का होने की वजह से फसल को धूप की जरुरत होती है लेकिन बेमौसम बारिश का असर फसल की उत्पादकता के साथ ही क्वालिटी पर पड़ा है। उन्होंने बताया कि बारिश और आसमान में बादल छाए रहने की वजह से अरहर की फसल पर फफूंद का संक्रमण भी हुआ है।
नवंबर में भी राज्य में सामान्य से ज्यादा हुई है बारिश
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार नवंबर में उत्तर कर्नाटक में सामान्य से 104 फीसदी और दक्षिण कर्नाटक में 68 फीसदी अधिक बारिश हुई है। राज्य के होवरी में नवंबर में सामान्य से 243 फीसदी, बेलगाम में 200 फीसदी, बीदर में 110 फीसदी, धारवाड़ में 136 फीसदी तथा दावणगेरे में 162 फीसदी अधिक बारिश हुई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में कर्नाटक में अरहर की बुआई 11.93 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल के 9.92 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है।...... आर एस राणा
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