आर एस राणा
नई दिल्ली। गन्ने का पेराई सीजन आरंभ हुए डेढ़ महीना बीतने के बावजूद भी अभी तक देशभर में केवल 100 चीनी मिलों में ही पेराई आरंभ हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय 310 मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी थी। महाराष्ट्र में सूखे और बाढ़ के कारण गन्ने की फसल की भारी नुकसान हुआ है जिस कारण अभी तक चीनी मिलों में पेराई आरंभ ही नहीं हुई है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन आफ इंडिया (इस्मा) के अनुसार पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में 15 नवंबर तक 4.85 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 13.38 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में अभी तक एक भी चीनी मिल में पेराई आरंभ नहीं हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य की 149 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो गई थी, तथा पिछले साल 15 नवंबर 2018 तक राज्य में 6.31 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। महाराष्ट्र की चीनी मिलों में 22 नवंबर से पेराई आरंभ होने का अनुमान है।
कर्नाटक में 18 और उत्तर प्रदेश में 69 मिलों में ही हुई है पेराई आरंभ
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में अभी तक केवल 18 चीनी मिलों में ही पेराई आरंभ हुई है तथा 15 नवंबर तक राज्य में 1.43 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। पिछले साल इस समय तक राज्य में 53 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी थी तथा चीनी का उत्पादन 3.60 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में अभी तक 69 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हुई है तथा राज्य में 2.93 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। पिछले साल राज्य में इस समय तक 1.76 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
चीनी का उत्पादन 260 लाख टन होने का अनुमान
अन्य राज्यों में उत्तराखंड में दो चीनी मिलों में पेराई आरंभ हुई है, बिहार में दो, हरियाणा में एक, गुजरात में तीन और तमिलनाडु में पांच मिलों ने पेराई आरंभ की है तथा इन राज्यों में चालू पेराई सीजन में 15 नवंबर तक 49,000 टन चीनी का उत्पादन हुआ है। उद्योग के अनुसार चालू पेराई सीजन में अभी तक करीब 12 लाख टन चीनी के निर्यात सौदे हो चुकी है, तथा इसमें से दो लाख टन चीनी की शिपमेंट भी हो चुकी है। इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन 2019-20 में चीनी का उत्पादन घटकर 260 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले पेराई सीजन में 331.61 लाख चीनी का रिकार्ड उत्पादन हुआ था। पहली अक्टूबर 2019 को शुरू हुए चालू पेराई सीजन में चीनी का बकाया स्टॉक 145.81 लाख टन का बचा हुआ था, जबकि देश में चीनी की सालाना खपत 255 से 260 लाख टन की ही होती है।............ आर एस राणा
नई दिल्ली। गन्ने का पेराई सीजन आरंभ हुए डेढ़ महीना बीतने के बावजूद भी अभी तक देशभर में केवल 100 चीनी मिलों में ही पेराई आरंभ हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय 310 मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी थी। महाराष्ट्र में सूखे और बाढ़ के कारण गन्ने की फसल की भारी नुकसान हुआ है जिस कारण अभी तक चीनी मिलों में पेराई आरंभ ही नहीं हुई है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन आफ इंडिया (इस्मा) के अनुसार पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में 15 नवंबर तक 4.85 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है जबकि पिछले साल इस समय तक 13.38 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में अभी तक एक भी चीनी मिल में पेराई आरंभ नहीं हुई है, जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य की 149 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो गई थी, तथा पिछले साल 15 नवंबर 2018 तक राज्य में 6.31 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। महाराष्ट्र की चीनी मिलों में 22 नवंबर से पेराई आरंभ होने का अनुमान है।
कर्नाटक में 18 और उत्तर प्रदेश में 69 मिलों में ही हुई है पेराई आरंभ
कर्नाटक में चालू पेराई सीजन में अभी तक केवल 18 चीनी मिलों में ही पेराई आरंभ हुई है तथा 15 नवंबर तक राज्य में 1.43 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। पिछले साल इस समय तक राज्य में 53 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हो चुकी थी तथा चीनी का उत्पादन 3.60 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में अभी तक 69 चीनी मिलों में पेराई आरंभ हुई है तथा राज्य में 2.93 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। पिछले साल राज्य में इस समय तक 1.76 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
चीनी का उत्पादन 260 लाख टन होने का अनुमान
अन्य राज्यों में उत्तराखंड में दो चीनी मिलों में पेराई आरंभ हुई है, बिहार में दो, हरियाणा में एक, गुजरात में तीन और तमिलनाडु में पांच मिलों ने पेराई आरंभ की है तथा इन राज्यों में चालू पेराई सीजन में 15 नवंबर तक 49,000 टन चीनी का उत्पादन हुआ है। उद्योग के अनुसार चालू पेराई सीजन में अभी तक करीब 12 लाख टन चीनी के निर्यात सौदे हो चुकी है, तथा इसमें से दो लाख टन चीनी की शिपमेंट भी हो चुकी है। इस्मा के अनुसार चालू पेराई सीजन 2019-20 में चीनी का उत्पादन घटकर 260 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले पेराई सीजन में 331.61 लाख चीनी का रिकार्ड उत्पादन हुआ था। पहली अक्टूबर 2019 को शुरू हुए चालू पेराई सीजन में चीनी का बकाया स्टॉक 145.81 लाख टन का बचा हुआ था, जबकि देश में चीनी की सालाना खपत 255 से 260 लाख टन की ही होती है।............ आर एस राणा
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